द एचडी न्यूज डेस्क : आने वाले दिनों में राजधानी पटना के राजेंद्र नगर ट्रेन की तस्वीर बदली-बदली सी नजर आएगी. नई दिल्ली से राजेंद्र नगर टर्मिनल को चलने वाली राजधानी एक्सप्रेस अब नए लुक में दिखेगी. आकर्षक सीट के साथ कई अन्य सुविधाओं से लैस होगी. यात्रियों को सुरक्षा और आराम के लिए विशेष स्मार्ट फीचर्स दिए गए हैं. जो यात्रियों को काफी पसंद आने वाला है. अब यात्रियों को सफ़र करना और भी आरामदायक हो जाएगा. सीट बर्थ से लेकर शौचालय तक नए लुक में होगा. राजेंद्रनगर स्टेशन देश की बेहतरीन राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों में से एक होगी.
जानकारी के अनुसार, रेलवे बोर्ड ने राजधानी और शताब्दी एक्सप्रेस को लेकर स्वर्ण योजना के तहत एक प्रतियोगिता का आयोजन किया था. इसमें 11 शताब्दी व 13 राजधानी एक्सप्रेस को चयनित किया गया. पूर्व मध्य रेलवे के सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि रेलवे बोर्ड की स्वर्ण योजना में पटना राजधानी एक्सप्रेस को चयनित किया गया है. इस योजना के तहत अगले दो माह के भीतर राजधानी एक्सप्रेस का लुक बदलने के साथ इसे बेहतर यात्री सुविधाओं से लैस कर दिया जाएगा. मधुबनी पेंटिंग्स से अंदर और बाहरी दीवारों को अलग लुक देने की कोशिश की जा रही है इससे किसी भी स्टेशन पर इस ट्रेन को दूर से ही देखकर पहचाना जा सकता है.
वहीं शौचालय को लेकर बेहतर सुविधा दी गई है. शौचालय के गेट केंद्रीयकृत लॉक होंगे. ट्रेन जब स्टेशन पर रुकेगी तो शौचालय का गेट स्वतः बंद हो जाएगा. ट्रेन के रुकने पर शौचालय का उपयोग करना संभव नहीं हो सकेगा. जब तक सभी दरवाजे बंद नहीं हो जाते तब तक ट्रेन आगे नहीं चल सकेगी. ऐसा इसलिए किया गया है, ताकि ट्रेन रुकने के दौरान टॉयलेट के उपयोग से प्लेटफार्म गंदा न हो. इसके अलावा शौचालय का फर्श भी बदला जाएगा, जिसमें पानी गिरने फर्श पर गीलापन नहीं रहेगा.
वहीं पैंट्रीकार की व्यवस्था को पूरी तरह दुरुस्त रखा जाएगा ताकि शिकायत न मिले. यात्रियों को अब नया बेड रॉल दिया जाएगा. राजधानी एक्सप्रेस के बाहर कोटेड पेंट किया जाएगा जो डस्टप्रूफ होगा. ट्रेन का इंटीरियर सुनहरे रंग का होगा. बर्थ को और आरामदायक बनाया जाएगा. कोच में वाई-फाई की सुविधा कराई जाएगी.
सबसे रोमांचक बात ट्रेन में प्रत्येक कोच के अंदर दो एलसीडी स्क्रीन लगाई गई हैं. इसके माध्यम से यात्रा संबंधित जानकारी जैसे अगला स्टेशन, शेष दूरी, आगमन का अपेक्षित समय, देरी और सुरक्षा संबंधी संदेश प्रसारित होंगे. इसमें जीएसएम नेटवर्क कनेक्टिविटी के अलावा सीसीटीवी रिकार्डिग, टायलेट गंध सेंसर, पैनिक स्विच और आग का पता लगाने वाला अलार्म भी लगाया गया है. इस तरह के कोच माडर्न कोच फैक्ट्री में निर्मित हो रहे हैं.
सुरक्षा और निगरानी के लिए प्रत्येक कोच में छह कैमरे लगाए गए हैं. इनमें लाइव रिकार्डिग होती रहेगी. दिन-रात दृष्टि क्षमता वाले सीसीटीवी कैमरे कम रोशनी में भी चेहरे की पहचान करने में सक्षम हैं. ट्रेन के सभी मुख्य प्रवेश द्वार गार्ड द्वारा केंद्रीयकृत रूप से नियंत्रित हैं.