गिरिडीह : झारखंड के गिरीडीह में चल रहे कांग्रेस पार्टी की चिंतन शिविर के तीसरे दिन मंगलवार को दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं में जोरदार तरीके से जान फूंकने का काम किया है. वहीं कांग्रेस कोटे के मंत्रियों और पीसीसी अध्यक्ष को कड़ी नसीहत भी दी. गिरिडीह में चिंतन शिविर का आज तीसरा दिन है. आज यह खत्म भी हो जाएगा.
राहुल गांधी ने कांग्रेसी मंत्रियों से कहा है कि वे यह नहीं भूले कि उन्हें मंत्रिमंडल में कार्यकर्ताओं ने शामिल कराया है. तो वे ही उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता भी दिखा सकते हैं. इसलिए जरूरी है कि कार्यकर्ता को वे नजरअंदाज नहीं करें. कार्यकर्ताओं को यह पता चलता रहे कि झारखंड में कांग्रेस पार्टी की सरकार है. प्रभारी अविनाश पांडेय, सह प्रभारी उमंग सिंघार, पीसीसी अध्यक्ष को निर्देश देते हुए राहुल ने कहा कि वे देखे की जिन कार्यकर्ताओं ने पार्टी की मजबूती में अहम रोल निभाया है, उन्हें उचित जगह मिले.
झारखंड पर नागपुर की विचारधारा थोपना चाहती है BJP और RSS
इस दौरान राहुल ने झारखंड की स्थिति को लेकऱ भी अपनी बातों को रखा. कहा कि कांग्रेस पार्टी ने झारखंड की आत्मा और डीएन की रक्षा करने का काम है. बीजेपी और आरएसएस चाहती है कि झारखंड के ऊपर नागपुर की विचारधारा थोपी जाए. लेकिन हम चाहते हैं कि झारखंड की शैक्षिक संस्थान में हर धर्म के युवा की आवाज शामिल हो. इसी विचारधारा को हम दिल्ली में भी जोड़े. क्योंकि कांग्रेस पार्टी यूनियन ऑप स्टेट की रक्षा करने पर भरोसा रखना चाहती है.
यूनियन ऑफ स्टेट पर बीजेपी कर रही हमला
राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी किसी आदिवासी की जमीन छिनती है, किसी गरीब से मनरेगा छिनती है, किसी मुस्लिम को डराती है, मतलब साफ है कि बीजेपी यूनियन ऑफ स्टेट पर हमला कर रही है. राहुल ने झारखंड के कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की ताऱीफ भी की और कहा कि आज हमारे कार्यकर्ता इसीविचारधारा से लड़ रहे हैं.
देश सभी का है इसी विचारधारा से लड़े कांग्रेसी
राहुल ने कहा कि झारखंड में कांग्रेस काफी मजबूत स्थिति में है. झारखंड के पास एक बड़ा अवसर है कि हम देश को दिखाएं कि हमारी सरकार गरीबी, छोटे व्यपारियों को मदद पहुंचा सकती है. राहुल ने कहा कि उनका पूरा समर्थन कार्यकर्ताओं के साथ हैं. जब भी कांग्रेस कार्यकर्ता उनसे मिलना चाहते हैं, उन्हें झारखंड बुलाना चाहते हैं, वे तैयार है. लेकिन कार्यकर्ताओं को एक बातों पर किसी तरह का समझौता नहीं करना चाहिए. यह की देश किसी एक व्यक्ति का नहीं है. दो तीन उद्योगपतियों का नहीं है. यह देश गरीब, दलित और सभी धर्मों का है. यही कांग्रेस की विचाराधारा है. इसी विचारधारा के साथत हमें बीजेपी से लड़ाई भी लड़ना है.
गौरी रानी की रिपोर्ट