रांची : झारखंड के पूर्व सीएम व भाजपा नेता रघुवर दास ने गुरुवार को प्रदेश कार्यालय में प्रेस कांग्रेस करके सीएम हेमंत सोरेन पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि सीएम हेमंत के संरक्षण में उनकी पत्नी कल्पना मुर्मू सोरेन ने झारखंड में जमीन की लूट की है. प्रदेश भाजपा कार्यालय में प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि ओड़िशा के आदिवासी समाज से आनेवाली कल्पना ने 2009 में अरगोड़ा थाना क्षेत्र में 13 कट्ठा 14 छटाक जमीन (डीड सं 3881/3368, 9.03.2009) ली. इसके अलावे 17 कट्ठा आठ छटाक आदिवासी जमीन (1267/1084, 7.02.2009) ली गई. इसका सरकारी मूल्य करीब एक करोड़ रुपए होता पर लगभग 10 लाख ही विक्रय मूल्य दिखाया गया. डीड में पति हेमंत के बदले अपने पिता का नाम अम्पा माझी बताया, जाति संथाली बताई, पता हरमू कॉलोनी, रांची बताया. सीएनटी प्रावधानों के अनुसार दूसरे राज्य के आदिवासी को झारखंड में आरक्षण और अन्य लाभ संभव नहीं.
रघुवर दास ने कहा कि जमीन खरीद के मामले में भी एक ही थाना क्षेत्र का क्रेता-विक्रेता का होना जरूरी है पर कल्पना सोरेन मामले में ऐसा नहीं हुआ है. इसमें मनी लॉन्ड्रिंग का भी मामला बनता है. अभी इस पर सोहराय भवन बना हुआ है. हेमंत सरकार के आने के बाद इस मामले में उनके समय में शुरू हुई जांच को रोक दिया गया. अरगोड़ा की तरह कल्पना सोरेन ने राज्य के दूसरे कई जिलों में भी जमीन की लूट की है. इस तरह के काम में सीएम की साली सरला मुर्मू भी शामिल हैं. वे राज्यपाल से मिल कर इस मामले की शिकायत करेंगे. वार्ता में पूर्व विधायक और पार्टी प्रवक्ता कुणाल षाडंगी और पूर्व विधायक राम कुमार पाहन भी उपस्थित थे.
जमीन आवंटन पर सरकार का नहीं मिला जवाब
रघुवर दास ने कहा कि झामुमो वाले पिछले कुछ दिनों से उनको तलाश रहे हैं. वे हेमंत सरकार के करप्शन के महासागर में लूट का रत्न खोजने में लगे थे. उन्होंने चान्हो, रांची के इंडस्ट्रियल एरिया में कल्पना सोरेन के नाम पर आवंटित जमीन (सोहराई लाइवस्टोक फर्म प्रा.लि., 11 एकड़) पर 25 अप्रैल को सरकार से जवाब मांगा था. इस पर अब तक कोई सूचना सरकार ने नहीं दी है. सच यह है कि राज्य का कस्टोडियन, रखवाला होता है. पर सीएम ही लुटेरा हो गये हैं. पत्नी, साले और परिवार के साथ लूट में लगे हैं. इस सरकार का एक ही नारा है- गरीब आदिवासियों को दिखाया सपना, सारा सरकारी माल अपना.
रोहिंग्याई बांग्लादेशी रहे शांत
मीडिया द्वारा यह कहे जाने पर कि भाजपा को आदिवासी सीएम पसंद नहीं है, उन्होंने कहा कि महागठबंधन में दो भोंपू हैं. बगैर नाम लिए कहा कि एक भोंपू रोहिंग्या बांग्लादेशी है. वे अपना भला चाहते हैं तो उनका मुंह न खोलवाएं. झारखंड अलग राज्य के आंदोलन में शिबू सोरेन ने बड़ी कुर्बानी दी थी. उनके साथ चार माह सरकार में कार्य करने का मौका मिला. झामुमो अध्यक्ष और इतने सम्मानित नेता को आज झामुमो ने ही दरकिनार कर दिया है. जब उन्हें एक विधानसभा सीट की जरूरत थी तो उनके परिवार के ही किसी सदस्य ने अपनी सीट नहीं दी. अभी लुटेरे हेमंत ने झामुमो को झारखंड मुद्रा मोचन पार्टी बना दिया है. अगर हेमंत सरकार में हिम्मत है तो पंचायत चुनाव के बाद अपने मुख्यमंत्रित्व काल और भाजपा सरकार में आदिवासी हितों पर किए गए काम के लिए मोरहाबादी में आमने सामने बैठकर बहस कर लें.
पूजा पर हेमंत का ड्रामा
रघुवर दास ने पूजा सिंघल प्रकरण पर कहा कि किसी अफसर पर दो तरह के केस लगते हैं. आपराधिक और विभागीय केस. पूजा पर अभी आपराधिक मामले में ही केस दर्ज हुआ है और ईडी अपना काम कर रही है. पूजा पर उनके समय जो आरोप लगे थे, उसकी अपर मुख्य सचिव से जांच कराने के क्रम में कोई सबूत हाथ नहीं लगे थे. अगर हेमंत सरकार को लगता है कि उनकी सरकार में पूजा के मामले में लापरवाही हुई तो उन्हें किसने रोका है. सारी फाइलें उनके पास हैं. जांच करा लें. हिम्मत है तो सीबीआइ जांच करा ली जाए. सरयू राय का नाम लिए बगैर कहा कि कुछ लोगों ने सरकारी सुपारी ले रखी है. वे सुपारी नेता हैं. झूठ मूठ का आरोप लगा रहे हैं. अब तक किसी को कोई प्रमाण नहीं मिला है. सांच को आंच क्या.
गौरी रानी की रिपोर्ट