रांची : झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से नौ अगस्त को भारत छोड़ो आंदोलन की स्मृति दिवस पर आज राजधानी रांची के मोरहाबादी स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर स्वतंत्रता सेनानियों को नमन किया गया. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सह वित्त तथा खाद्य आपूर्ति डॉ. रामेश्वर उरांव के नेतृत्व में पार्टी नेताओं आजादी के वीर सपूतों को नमन किया.
इस मौके पर डॉ. उरांव ने कहा कि कांग्रेस ही देश की एकमात्र ऐसी पाटी है, जिसमें राष्ट्रीयता और निष्ठा की भावना कूट-कूट कर भरी है. जिन्होंने देश की आजादी में भाग नहीं लिया, वे आज देश में शासन चला रहे है. ऐसे लोग कांग्रेस पार्टी को राष्ट्रीयता और देशभक्ति की बात ना सिखाए, कांग्रेस पार्टी ने देश की आजादी की लड़ाई लड़ी और आजादी के बाद हमेशा से देश की समृद्धि और खुशहाली के लिए काम किया है. इस मौके पर कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष केशव कुमार महतो, प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव, डॉ. राजेश गुप्ता छोटू, रविन्द्र सिंह, सुलतान अहमद, मदन मोहन शर्मा, निरंजन पासवान, केदार पासवान, गुंजन सिंह, आभा सिन्हा, इंदिरा देवी, नीरज भोक्ता, जितेन्द्र त्रिवेदी, जगन्नाथ साहू, शहजादा हुसैन और भानू प्रताप बड़ाइक समेत अन्य नेता-कार्यकर्त्ता उपस्थित थे.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा कि आज ही के दिन 1942 में गांधी के नेतृत्व में भारत छोड़ो आंदोलन और करो या मरो की शुरुआत हुई थी. इस आंदोलन की शुरुआत से अंग्रेजी शासन को यह बात समझ में आ गई कि अब भारत में उनका शासन करना संभव नहीं है. अंततः 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हो गया. उन्होंने कहा कि आज केंद्र सरकार पेगासस के माध्यम से लोगों की स्वतंत्रता तथा निजता को छिनने के प्रयास में जुटी है. जब यह बात सामने आ गई है, तो केंद्र सरकार को देश से माफी मांगनी चाहिए.
इस मौके पर कृषि मंत्री बादल ने कहा कि सात और आठ अगस्त 1942 को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की बैठक में ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ का प्रस्ताव पारित होने के दूसरे ही दिन पूरे देश में क्रांति की लहर दौड़ गई और एकीकृत बिहार में झारखंड पूरे आंदोलन का केंद्र बन गया. आजादी के दिवानों ने गांधी जी के आह्वान पर 1942 में ही राज्य के विभिन्न सरकारी कार्यालयों में कांग्रेसी झंडा फहराने का काम किया. इस क्रांति ने ही भारत की आजादी की बुनियाद तय कर दी थी. पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करते हुए कहा कि देश आज उन महान राष्ट्रभक्तों की कुर्बानी की बदौलत ही खुली हवा में सांस ले रहे है.
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि अगस्त क्रांति के दौरान रांची, हजारीबाग, पलामू, सिंहभूम और संताल क्षेत्र में ढ़ाई हजार से अधिक स्वतंत्रता सेनानियों की गिरफ्तारियां हुई. ब्रिटिश हुकूमत की दमनकारी नीतियों की वजह से विभिन्न क्षेत्रों में गोलीबारी में आजादी के कई दिवाने शहीद हुए. वहीं जेल में दी गई यातना से कई स्वतंत्रता सेनानी घर वापस नहीं लौट पाए. प्रदेश प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि अगस्त क्रांति में कांग्रेस के समर्पित नेताओं-कार्यकर्त्ताओं के त्याग और बलिदान की वजह से ही आज हमसभी स्वतंत्र भारत में चैन की सांस ले रहे है. इस त्याग और बलिदान को आज शत शत नमन करने का दिन है.
प्रदेश प्रवक्ता डॉ. राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि अगस्त क्रांति भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई में ऐसा स्वर्णिम इतिहास बन गया. जिसे युगो-युगों तक याद किया जाएगा. जब भी देश की आजादी, देश के निर्माण और आधुनिक भारत के निर्माण की बात होगी. युवा पीढ़ी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पंडित जवाहर लाल नेहरु, राजेंद्र प्रसाद और मौलाना अब्दुल कलाम आजाद सरीखे नेताओं को नमन करेगी.
गौरी रानी की रिपोर्ट