रांची : झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता भाजपा नेता सीपी सिंह के बयान पर विरोध जताने के लिए गुरुवार को ऑटो से विधानसभा पहुंचे. इससे पहले सदन में बीजेपी के विधायक सीपी सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को टेंपे एजेंट बता दिया था. जिसके बाद से राजनीतिक सरगर्मी तेज है. कांग्रेस ने इस बयान को लेकर सीपी सिंह को माफी मांगने के लिए एक दिन का समय दिया था. लेकिन एक दिन बीत जाने के बाद भी सीपी सिंह ने इस बयान को लेकर माफी नहीं मांगी है. इससे सीपी सिंह के बयान पर विरोध जताने के लिए स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ऑटो से झारखंड विधानसभा पहुंचे.
झारखंड विधानसभा का आज अंतिम दिन है. बीते दिन सदन में विधायक सीपी सिंह की ओर से की गई टिप्पणी के विरोध में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ऑटो से विधानसभा पहुंचे. इस दौरान बन्ना गुप्ता ने कहा कि सीपी सिंह ने सदन के अंदर जिस तरीके से अमर्यादित बयान देकर सामंतवाद को बढ़ावा दिया है, सामाजिक न्याय को थप्पड़ मारा है. उन्होंने कहा है कि मेरे परिवार से कोई भी व्यक्ति तृतीय-चतुर्थ श्रेणी में नौकरी नहीं कर सकता. इस तरह उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी चुनौती देने का काम किया है, जब एक चाय बनाने वाला प्रधानमंत्री बन सकता है तो क्या चालक और ऑटो एजेंट राज्य का मंत्री नहीं बन सकता है?
बन्ना गुप्ता ने कहा कि सीपी सिंह नेता हैं और कई बार विधायक रह चुके हैं. यहां तक कि संवैधानिक पद पर भी रह चुके हैं, उनके द्वारा इस तरह का बयान देना अशोभनीय है. मैं इस बयान की कड़ी निंदा करता हूं और इसी के विरोध में मैं आज ऑटो चला कर सदन पहुंचा हूं और मैं बताना चाहता हूं कि जब देश में चाय बेचने वाला प्रधानमंत्री बन सकता है तो राज्य में एक ऑटो चलाने वाला भी मंत्री बन सकता है.
गौरी रानी की रिपोर्ट