PATNA: राजनीति में पोस्टर का बड़ा ही महत्व है। पोस्टर अटैक के जरिए अपनी बात को जनता के बीच रखने के साथ साथ शक्ति प्रदर्शन भी किया जाता है। जिसका ताजा उदाहरण चाचा पशुपति कुमार पारस और भतीजा चिराग पासवान के बीच देखने को मिल रहा है।
पटना के लगभग सभी चौक चौराहे पर आपने भी ये पोस्टर जरूर देखा होगा। लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान के निधन के बाद पार्टी और परिवार की टूट जगजाहिर है। ऐसे में दोनों ही पार्टियां स्थापना दिवस पर खूब जोर आजमाईस में लगी है।
खास बात यह है कि जहां चाचा पशुपति कुमार पारस ने स्थापना दिवस का पोस्टर लगाया है ठीक वहीं या उसके उपर चिराग पासवान की पोस्टर लगी है। कहीं चाचा उपर है तो भतीजा नीचे तो कही भतीजा का पोस्टर उपर है तो चाचा का पोस्टर नीचे लगा है। अगल बगल के इस पोस्टर अटैक के जरिए दोनों पार्टी शक्ति प्रदर्शन करती नजर आ रही है।
28 नवंबर को दोनों ही पार्टियां 23वां स्थापना दिवस मना रही है। राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी की पोस्टर लगी हुई और वह भी 23 वां स्थापना दिवस के मौके पर रविंद्र भवन में मना रहे। तो दूसरी तरफ चिराग पासवान अपने पैतृक आवास एसके पुरी बोरिंग रोड स्थित आवास से स्थापना दिवस मना रहे हैं।
पटना से संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट