RANCHI: रांची की धुर्वा थाना पुलिस ने राज्यसभा सांसद व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश को 41 ए के तहत नोटिस भेजा है । उन्हें 22 अप्रैल को थाने में पूछताछ के लिए हाजिर होने को कहा गया है । दीपक प्रकाश से 11 अप्रैल को सचिवालय घेराव के दौरान धुर्वा गोलचक्कर में हुई हिंसा मामले में पूछताछ की जाएगी । इस मामले में पहले ही 41 लोगों को आरोपी बनाया गया है जिनमें बाबूलाल मरांडी , रघुवर दास , अर्जुन मुंडा , संजय सेठ , समीर उरांव , सुनील कुमार सिंह , निशिकांत दुबे , अमित मंडल और विरंचि नारायण शामिल हैं ।
शीर्ष बीजेपी नेताओं सहित 41 पर प्राथमिकी
गौरतलब है कि धुर्वा गोलचक्कर हिंसा मामले में पुलिस ने बीजेपी के सांसद – विधायक और कार्यकर्ताओं सहित हजार से भी ज्यादा अज्ञात लोगों के खिलाफ दंगा भड़काने , उपद्रव करने , सरकारी निर्देशों का उल्लंघन करने , सरकारी कार्य में बाधा डालने , भीड़ को उकसाने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की धाराओ केस दर्ज किया है । कार्यपालक दंडाधिकारी उपेंद्र कुमार के बयान पर मामला दर्ज किया गया था । दरअसल , 11 अप्रैल को झारखंड बीजेपी ने सचिवालय घेराव कार्यक्रम का आयोजन किया था । धुर्वा स्थित प्रभात तारा मैदान में हेमंत हटाओ – झारखंड बचाओ अभियान के तहत जनसभा हुई और इसके बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सचिवालय घेराव के लिए कूच किया । हालांकि , पुलिस ने प्रोजेक्ट बिल्डिंग के 200 मीटर के दायरे में धारा -144 लगा रखी थी । बैरिकेडिंग की गई थी जिसे बीजेपी कार्यकर्ताओं ने तोड़ा । पुलिस ने वाटर कैनन का लाठीचार्ज का इस्तेमाल किया । आंसू गैस के गोले भी दागे । विरोध में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने भी पुलिस के जवानों पर पथराव किया जिसमें प्रशिक्षु आईपीएस सहित कई लोगों को चोटें आईं ।
दीपक प्रकाश को पहले नहीं बनाया था आरोपी
बता दें कि पहले धुर्वा गोलचक्कर हिंसा मामले में दीपक प्रकाश को मामले में आरोपी नहीं बनाया गया था । अब उन्हें 41 ए के तहत नोटिस दिया गया है । कानूनी भाषा में 41 ए का मतलब हुआ कि पुलिस संबंधित व्यक्ति को उक्त मामले में आरोपी मानती है और इसलिए उन्हें पूछताछ के लिए तलब किया गया है ।
बीजेपी और झामुमो में छिड़ी है जुबानी जंग
11 अप्रैल को हेमंत हटाओ – झारखंड बचाओ अभियान के तहत सचिवालय घेराव कार्यक्रम के दौरान बीजेपी नेताओं ने राज्य की हेमंत सोरेन सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया था । बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि हेमंत सरकार के कार्यकाल में बेरोजगारी बढ़ी । विधि – व्यवस्था चौपट हो गई । महिलाओं खिलाफ हिंसा की घटनाओं में इजाफा हुआ । यह भी आरोप लगाया कि हेमंत राज में बालू , गिट्टी और पत्थर की लूट हुई । भ्रष्टाचार को सरकारी संरक्षण मिला । वहीं , झारखंड मुक्ति मोर्चा ने बीजेपी के सचिवालय घेराव कार्यक्रम को फ्लॉप शो बताया । झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य और विनोद पांडेय ने तंज किया कि सरकार गिराने की साजिश रचने वाली बीजेपी 15 हजार कार्यकर्ता भी नहीं जुटा पाई ।
रांची से गौरी रानी की रिपोर्ट