PATNA: पटना में अभी-अभी पशु चिकित्सक की पढ़ाई कर रहे पीजी के छात्रो के साथ प्रशासन ने दुर्व्यवहार किया है। यू कहें कि पशु चिकित्सकों के साथ भागम भाग की स्थिति बनी हुई है। आपको बता दें कि पटना पशु एवं चिकित्सा महाविद्यालय के पीजी छात्र पिछले कई दिनों से हड़ताल पर हैं। वेटरनरी कॉलेज के कैंपस में ही धरना पर कई दिनों से बैठे है।
नारेबाजी भी कर रहे हैं। कैंपस में पीजी के छात्रों की मांग है कि पीजी फैलोशिप को बढाया जाए। दूसरे डाक्टरों की तरह इनके साथ भी वही भत्ता का प्रावधान किया जाए। वर्तमान में 1800 मासिक है जबकि दूसरे डॉक्टरों का फर्स्ट ईयर का 65000 और सेकंड ईयर का 70000 थर्ड ईयर में 82 हजार है।
कॉलेजों डॉक्टरों की फेलोशिप और इंटर्नशिप सामान्य डॉक्टरों के बराबर की जाए। इसी मांग को लेकर के पीजी के छात्र धरना दे रहे थे तभी प्रशासन की तरफ से इन्हें घसीट घसीट कर हटाया जा रहा है। प्रशासन की माने तो इन्हें गर्दनीबाग धरना स्थल पर जाकर धरना देने को कहा गया है बावजूद इसके पीजी के यह छात्र जाने को तैयार नहीं थे।
पीजी के छात्रों ने बाताया कि पीएमसीएच के डाक्टर को महान और पशु के डाक्टर के साथ ऐसा व्यावहार ठीक नहीं। सरकार दो नजरिए से देखती है। 60 रूपये प्रतिदिन में क्या होगा। 1972 के बाद कोई तब्दीली नहीं की गई है। स्टूडेंटस के प्रतिनिधि VC से मिलने गए है। यहां बल पूर्वक हटाया जा रहा है। शांति पूर्वक हड़ताल किया जा रहा था।
पटना से संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट