JHARKHAND : झारखंड भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश शनिवार को रांची स्थित धुर्वा थाने पहुंचे। वहीं दीपक प्रकाश के साथ विधायक सीपी सिंह और नवीन जायसवाल समेत कई नेता-कार्यकर्ता भी दीपक प्रकाश के साथ थाना पहुंचे थे। बता दें धुर्वा थाना प्रभारी विमल नंदन सिन्हा ने बंद कमरे में बीजेपी नेताओं से पूछताछ की
जानकारी के अनुसार दीपक प्रकाश ने पत्रकारों को बताया कि बीजेपी ने 11 अप्रैल को शांतिपूर्ण तरीके से सचिवालय घेराव किया था। लेकिन हेमंत सरकार के इशारे पर शांतिपूर्ण आंदोलन को कुचलने के लिए कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया गया। बाद में बीजेपी नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई। उन्होंने कहा कि बीजेपी कानून का सम्मान करती है, इसलिए उनकी ओर से पूछताछ में सहयोग किया गया।
दीपक प्रकाश ने कहा कि हेमंत सरकार एक नहीं सैकड़ों मुकदमे दर्ज कर लें, लेकिन पार्टी कार्यकर्ता टूटने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वे तो गिरफ्तारी देने थाना पहुंचे थे, अगर सरकार में दम है, तो उन्हें गिरफ्तार कर दिखाए। इस दौरान थाने के बाहर सैकड़ो बीजेपी कार्यकर्ता मौजूद थे। 11 अप्रैल 2023 को धुर्वा थाना घेराव मामले में बीजेपी अध्यक्ष दीपक प्रकाश के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत शिकायत दर्ज कराई गई है। उनसे 11 अप्रैल को सचिवालय घेराव कार्यक्रम के दौरान उत्पन्न हुई स्थितियों के तथ्यों और परिस्थितियों को लेकर पूछताछ की गई।
इस दौरान हजारों की संख्या में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने प्रशासन की तरफ से की गई बैरिकेडिंग तोड़ते हुए आगे बढ़ने का प्रयास किया। वहीं मौके पर प्रशासन की तरह से जमकर लाठीचार्ज किया गया और आंसू गैस के गोले छोड़े गए। जबकि भीड़ की तरफ से पुलिस पर जमकर पथराव किया गया। जिसमें कई पुलिसकर्मी और मीडियाकर्मी घायल हो गए थे।
इस मामले में मजिस्ट्रेट के बयान पर धुर्वा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। मामले में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा समेत अन्य सांसदों-विधायकों और वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। लेकिन इस प्राथमिकी में पूरे कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश का नाम नहीं था। जिसके बाद धुर्वा थाना में 22 अप्रैल को उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया।
झारखंड से गौरी रानी की रिपोर्ट