द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार में आए दिन क़ानून की धज्जियां उड़ाई जा रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को ही बढ़ते क्राइम को लेकर हाईलेवल मीटिंग की थी लेकिन कुछ ऐसा मामला सामने आ रहा है. जो साफतौर पर ये दर्शाती है कि नीतीश सरकार अपराध रोकने में नाकाम साबित हो रही है. एक तरफ पुलिस की गुंडागर्दी बढ़ती ही जा रही है. एक व्यक्ति की मौत पुलिस कस्टडी में हो गई है जिसके बाद राजधानी पटना में बवाल शुरू हो गया है. मामला शराबबंदी से जुड़ी हुई है.

दरअसल, पुलिस राजेश पांडेय नाम के एक व्यक्ति (उम्र 32) को बस स्टैंड से गिरफ्तार कर ले जाती है और उसे मारती पीटती है. जिसके बाद उसकी तबियत बिगड़ जाती है. फिर उसे पटना के पीएमसीएच अस्पताल में भर्ती कराया जाता है. और उसकी मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हो जाती है. जिसको लेकर मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस की बर्बरता के कारण उसकी मौत हुई है.
परिजनों का सीधा आरोप है कि पुलिस गुंडागर्दी कर रही है और क़ानून को ताक पर रख कर कार्रवाई कर रही है. मौत की खबर सुनने के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा है. आरोपी के घर में मातम पसरा हुआ है. मृतक के तीनों संतान पर क्या बित रहा होगा जरा सोचिए.

परिजनों का कहना है कि शराब के नाम पर राजेश को पुलिस कलेक्ट्रट ले जाती है और उसके साथ दुर्वयवहार करती है. खूब पीटती है. जिसके बाद उसकी तबियत ख़राब हो जाती है और उसके परिजन को बिना सूचित किए, पुलिस आरोपी को अस्पताल में भर्ती कराती है. जब आरोपी की तबियत ज्यादा बिगड़ जाती है तब उसके परिजन को सूचित किया जाता है. अस्पताल में इलाज के दौरान आरोपी की मौत हो जाती है.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट