नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर जवाब दे रहे हैं. संसद के बजट सत्र के दौरान विपक्ष ने किसान आंदोलन पर खूब हंगामा किया और तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की. सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मनमोहन सिंह ने जो कहा था वही कृषि सुधार किया गया है. हर सरकारों ने कृषि सुधारों की वकालत की है. सुधारों की बात करे विपक्ष ने यू-टर्न ले लिया. पीएम ने कहा कि आंदोलनकारियों को समझाते हुए देश को आगे बढ़ाना होगा.
हमारी हर किसान को क्रेडिट कार्ड देने की योजान है. अब तक पौने दो करोड़ किसानों को क्रेडिट कार्ड दिया. हमनें फसल बीमा योजना का दायरा बढ़ाया. प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना के तहत एक परिवारों को लाभ हुआ. किसान आंदोलन को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि किसान आंदोलन पर सभी बात कर रहे हैं लेकिन सदन में किसी ने ये नहीं बताया कि किसान आंदोलन क्यों हो रहा है. आंदोलन की मूल बातों पर चर्चा होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि 86 फीसदी किसानों के पास दो हेक्टेयर से कम जमीन है. पहले छोटे किसानों को कर्जमाफी का फायदा नहीं मिलता था.
अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि मेरी सरकार गरीबों को समर्पित है. भारत में इस समय रिकॉर्ड निवेश हो रहा है. गरीब किसी की मदद का मोहताज नहीं रहेगा. गरीबी हटाए बगैर देश का विकास संभव नहीं है. सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक से देश की ताकत दिखी.
विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि आज कोरोना से लड़ाई के उपायों का मजाक उड़ाया जा रहा है. इस विरोध के तरीके से देश को अपमान होता है. उन्होंने कहा कि देश आत्मनिर्भर पथ पर चल रहा है. मानव जाति के कल्याण के लिए वैक्सीन बनाई. भारत में दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चल रहा है. भारत को दुनिया ने तीसरा देश माना जो वैक्सीन लेकर आया है. कोरोना से लड़ाई के लिए पीएम मोदी ने राज्यों को भी बधाई दी.
सदन में पीएम मोदी ने मैथिलिशरण गुप्त की कविता पढ़कर सुनाई. प्रधानमंत्री ने कहा कि इस समय दुनिया नजरें भारत की तरफ हैं. कोरोना काल में भारत शानदार तरीके से लड़ा है. कोरोना से लड़ाई का हक हिंदुस्तान को जाता है. इसका यश किसी सरकार को नहीं जाता है. हमारे कोरोना योद्धा ने मुश्किल समय में अपनी जिम्मेदारी निभाई है, जिसपर हमें गर्व होना चाहिए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर जवाब दे रहे हैं. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि मानव जाती पर ये संकट का काल है. भारत अवसरों की भूमि है. देश अच्छे अवसरों को जानें नहीं देगा. दुनिया को भारत से अपेक्षाएं हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संबोधन में कृषि कानूनों को लेकर विपक्षी नेताओं द्वारा उठाए जा रहे सभी सवालों का जवाब दे सकते हैं. संसद के बजट सत्र की शुरुआत के बाद से ही लगातार विपक्ष ने कृषि कानूनों को लेकर सरकार पर निशाना साधा है.
आज संसद में आम बजट 2021-22 पर चर्चा की जाएगी, जिसके लिए 10 घंटे का समय निर्धारित किया गया है. धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा पर समय विस्तार के लक्ष्य से तीन फरवरी को प्रश्नकाल और चार और पांच फरवरी को प्रश्न काल और शून्यकाल दोनों समाप्त कर दिया गया था. आज राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्टरपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देंगे और इसको लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट भी कर दिया है. सुबह 10.30 बजे का समय पीएम मोदी के बोलने के लिए निर्धारित है.