नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज असम के तेजपुर केंद्रीय विश्वविद्यालय के 18वें दीक्षांत समारोह में हिस्सा लिया. यहां उनका संबोधन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुआ. प्रधानमंत्री इस समारोह को दिल्ली से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संबोधित किया और वर्ष 2020 में उत्तीर्ण छात्रों को डिग्री व डिप्लोमा की उपाधि प्रदान की गई.
भूपेन हजारिका को किया याद
अभी अवॉर्ड देने से पहले यूनिवर्सिटी एंथम जो गाया गया वह महान इतिहास को नमन करता है. इसकी पंक्तियां मैं दोहराना चाहता हूं. इन्हें असम के गौरव और भारत रत्न भूपेन हजारिका जी ने लिखी हैं. अग्नीगडर स्थापत्य, कलिया भोमोरा, सेतू निर्माण, ज्ञान ज्योतिर्मय स्थेई स्थान विराजते, तेजपुर विश्वविद्यालय. यानी जहां अग्नी गढ़ जैसा स्थापत्य, कलिया भोमोरा जैसा सेतु हो, ज्ञान की ज्योति हो ऐसे स्थान पर तेजपुर यूनिवर्सिटी विराजमान है.
आजादी के शतक में आपका योगदान अहम – पीएम
मुझे विश्वास है आप सभी देश को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाएंगे. देश की आजादी के शतक में आपके ये 25-26 साल की मेहनत का अहम योगदान होगा. चल पड़ें, संकल्प के साथ चल पड़ें, सपनों के साथ चल पड़ें, सिद्धि पाने के मकसद से निकल पड़ें, जिंदगी सफलताओं की एक-एक ऊंचाई को पार करता जाएगा.
आत्मनिर्भर भारत अभियान शब्दावली का अहम हिस्सा – मोदी
कोरोना के काल में आत्मनिर्भर भारत अभियान हमारी शब्दावली का अहम हिस्सा हो गया है. हमारे अंदर वो घुल मिल गया है. हमारा पुरुषार्थ, हमारे संकल्प, हमारी सिद्धि, हमारे प्रयास ये सब हम अपने ईर्द-गिर्द महसूस कर रहे हैं.
भारत प्रयोग करने या बड़े पैमाने पर काम करने से नहीं डरता
भारत प्रयोग करने या बड़े पैमाने पर काम करने से नहीं डरता. टॉयलेट बनाने का सबसे बड़ा अभियान, घर देने का सबसे बड़ा अभियान, घर घर जल देने का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट, सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान भी भारत में चल रहा है.
कोरोना काल में भारत ने दुनिया को गलत साबित किया
कोरोना से लड़ाई जब शुरू हुई तो आशंका लगाई गई कि इतनी आबादी, रिसोर्स की कमी वाला देश तबाह हो जाएगा. लेकिन भारत ने चुनौतियों का सामना किया. तेजी से फैसले लिए, इसी वजह से भारत मजबूती से लड़ पाया. हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को बेहतर किया. भारत के टीके अब लोगों को सुरक्षा कवच का विश्वास दे रही है. सिर्फ हेल्थ सेक्टर ही नहीं डिजिटल सेक्टर भी तेजी से बढ़ रहा है. डिजिटल लेन-देन की वजह से कोरोना काल में गरीब से गरीब लोगों तक सरकार पहुंच पाई.
भारत-ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट सीरीज का जिक्र किया
देश का मिजाज अब जरा हटकर है. क्रिकेट में यह देखा गया. ऑस्ट्रेलिया में पहले कितनी बुरी हार हुई, फिर चुनौतियां आईं, प्लेयर घायल हुए लेकिन खिलाड़ियों ने सबका समाधान निकाला. नए खिलाडियों में अनुभव कम था लेकिन हौसला पूरा था. मौके मिलते ही उन्होंने इतिहास बना दिया. इतनी बड़ी टीम को पराजित कर दिया. क्रिकेट के मैदान का प्रदर्शन हमें सिखाता है कि खुद पर विश्वास रखो, पॉजेटिव माइंडसेट से आगे बढ़ो, तीसरी चीज आपके सामने आसानी से निकल जाने का मौका या चुनौतियों का सामना करके जीतने का मौका मिले तो चुनौतियों वाला रास्ता चुनना चाहिए. रिस्क लेने से, प्रयोग करने से डरना नहीं है. बिना बात का प्रेशर जब लेते हैं तो चीजें खराब होती हैं.
यूनिवर्सिटी के हॉस्टलों का आया जिक्र
असम यूनिवर्सिटी जो कर रहा है उसे जो भी सुनेगा उसे गर्व होगा. आप वाकई कमाल कर रहे हैं. मैंने सोचा कि इसकी प्रेरणा आपको कहां से मिलती है. इसका जवाब यूनिवर्सिटी में ही है. यहां के हॉस्टलों का नाम पर्वतों और नदियों पर हैं. जीवन में अनेक मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. एक पर्वत चढ़ते हैं, दूसरे पर चढ़ते हैं हर चीज में नई चुनौतियों से सीखते हैं. नदिया भी सिखाती हैं कि ज्यादा से ज्यादा ज्ञान लेकर आगे बढ़ते रहो.
तेजपुर का तेज पूरे भारत में, पूरे विश्व में फैलाइए
पीएम मोदी ने कहा कि तेजपुर का तेज पूरे भारत में, पूरे विश्व में फैलाइए. तेजपुर यूनिवर्सिटी की पहचान अपने इनोवेशन सेंटर के लिए भी है.
पीएम मोदी का संबोधन शुरू
पीएम ने तेजपुर यूनिवर्सिटी के छात्रों को तेजस्वी बताया. आज 1200 छात्रों के लिए जीवन भर याद रहने वाला दिन. आज से आपके करियर के साथ तेजपुर यूनिवर्सिटी का नाम हमेशा के लिए जुड़ गया है. आप की तरह मैं भी खुश हूं. आप आज अपने भविष्य को लेकर जितना उत्साह से भरे हैं. मुझे भी आप पर भरोसा है. जो आपने तेजपुर यूनिवर्सिटी में सीखा वह असम की प्रगति, देश की प्रगति को गति देगा.