कानपुर : देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी मंगलवार को कानपुर मेट्रो का उद्घाटन किया और विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यूपी में पहले जिन लोगों ने सरकार चलाई, उन्होंने समय की अहमियत कभी नहीं समझी. आज कानपुर को मेट्रो की कनेक्टिविटी मिली है साथ ही बीना रिफाइनरी से भी कानपुर अब कनेक्ट हो गया है. आज मंगलवार है और पनकी वाले हनुमानजी के आशीर्वाद से आज उत्तर प्रदेश के विकास में एक और सुनहरा अध्याय जुड़ रहा है. 21वीं सदी के जिस कालखंड में यूपी को जिस तेज गति से प्रगति करनी थी, उस अमूल्य समय को अहम अवसर को पहले की सरकारों ने गंवा दिया. पीएम मोदी के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी के अलावा कई गणमान्य मौजूद थे.
पीएम मोदी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में जो डबल इंजन की सरकार चल रही है, वो बीते कालखंड में समय का जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई में जुटी है. हम डबल स्पीड से काम कर रहे हैं. विपक्ष पर हमला बोलते हुए पीएम ने कहा कि जिस यूपी को कभी अवैध हथियारों वाली गैंग के लिए बदनाम किया गया था. वहीं उत्तर प्रदेश देश की सुरक्षा के लिए डिफेंस कॉरिडोर बना रहा है. इसलिए यूपी के लोग कह रहे हैं- फर्क साफ है.
पीएम ने कहा कि दशकों तक हमारे देश में ये स्थिति रही कि एक हिस्सा का तो विकास हुआ, दूसरा पीछे ही छूट गया. राज्यों के स्तर पर, समाज के स्तर पर इस असमानता को दूर करना उतना ही जरूरी है. इसलिए हमारी सरकार सबका साथ-सबका विकास के मंत्र पर काम कर रही है. 2014 तक देश में सिर्फ 14 करोड़ एलपीजी गैस कनेक्शन थे. आज देश में 30 करोड़ से ज्यादा एलपीजी गैस कनेक्शन है. अकेले यूपी में लगभग 1.60 करोड़ गरीब परिवारों को नए एलपीजी गैस कनेक्शन दिए गए हैं.
कानपुर में पीएम मोदी ने कहा कि 2014 से पहले यूपी में मेट्रो की लंबाई नौ किमी थी. 2014 से 2017 के बीच मेट्रो की लंबाई 18 किमी हुई. लेकिन अब यूपी में मेट्रो की लंबाई की 90 किमी है. कहां नौ किमी और कहां 90 किमी. जो लोग पहले सरकार चलाते थे, वो इस मानसिकता के साथ सरकार चलाते थे कि लॉटरी लगी है, जितना लूट सको लूट लो. यूपी में पहले की सरकारें जो परियोजनाएं शुरू करती थीं, उनमे कैसे हजारों करोड़ रुपए का घोटाला हो जाता था.
पीएम मोदी ने कहा कि साल 2014 से पहले केवल पांच शहरों में मेट्रो की सुविधा थी. लेकिन आज यूपी के पांच शहरों और देश के 27 शहरों में मेट्रो चल रही है. इससे टीयर-2 और टीयर-3 शहरों में युवाओं में विश्वास बढ़ेगा.