RANCHI: टेरर फंडिंग से जुड़े मामले में गिरफ्तार पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। इससे पहले आज दिनेश गोप को एनआईए के द्वारा एनआईए की विशेष अदालत में रिमांड अवधि खत्म होने पर पेश किया गया। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में लेते हुए बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार भेज दिया गया। एनआईए ने गिरफ्तारी के बाद दिनेश गोप को पूछताछ के लिए पहली बार 22 मई को आठ दिनों की पुलिस रिमांड पर लिया था। इसके बाद 1 जून से6 जून के दिन के 10 बजे तक पूछताछ की।
एनआईए ने दिनेश गोप को गिरफ्तारी के बाद पहले 8 दिन और फिर बाद में 4 दिन के लिए रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। सोमवार को 4 दिनों की रिमांड अवधि खत्म होने के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया। तब एनआईए की तरफ से 1 दिन और रिमांड अवधि बढ़ाने का आग्रह कोर्ट से किया गया। कोर्ट ने एनआईए के आग्रह को स्वीकारते हुए उसे 1 दिन का रिमांड दिया था। आज 1 दिन का रिमांड अवधि भी पूरा हो गया।
सूत्रों के अनुसार रिमांड के दौरान एनआईए और झारखंड पुलिस के अधिकारियों ने दिनेश गोप से कई महत्वपूर्ण राज उगलवाए हैं। इसमें संगठन, संगठन से जुड़े लोगों, संगठन द्वारा छुपाए गए हथियार गोला बारूद, हथियार तस्करी से जुड़े कनेक्शन, संगठन द्वारा वसूली के पैसे को कहां-कहां इन्वेस्ट किया गया है। इसके साथ ही उन सफेदपोश लोगों जिनके माध्यम से पीएलएफआई का पैसा बाजार में लगाया जाता था। इस सब मुद्दों पर एनआईए और राज्य पुलिस के अधिकारियों ने पूछताछ की है.। आने वाले दिनों में एनआईए उसमें निकले तथ्यों के आधार पर कार्रवाई करेगी और इसमें आने वाले दिनों में कई लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है। वहीं दूसरी तरफ दिनेश गोप के उपर राज्य के विभिन्न जिलों में दर्ज मामलों में भी रिमांड पर लिया जा सकता है।