मोतिहारी : बेहतर कार्य करने को लेकर डीजीपी ने शुक्रवार की देर शाम अरेराज डीएसपी को कॉल कर धन्यवाद दिया. इसके साथ ही डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने डीएसपी ज्योति प्रकाश को लॉकडाउन के दौरान और बेहतर कार्य करने, अपने कनीय को भी बेहतर कार्य करने का मार्गदर्शन देते रहने, जरूरतमंदों की सेवा करने, सरल तरीके से जनता की कार्यों को निपटाने व कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से स्वयं को बचने, कनीय व जनता को भी बच कर रहने का मार्गदर्शन देते रहने की बात कही.
इसके साथ ही डीजीपी ने डीएसपी के पारिवारिक सदस्यों की भी जानकारी ली. मालूम हो कि डीएसपी ज्योति प्रकाश पुलिसिंग कार्यों के साथ साथ हमेशा जन सरोकार के कार्यो से जुड़े रहते है. लॉकडाउन के दौरान डीएसपी ने अपने स्तर से दर्जनों गांव के सैकड़ों लोगों को भोजन, राशन, सुरक्षा कीट व दवा उपलब्ध कराया. इसके साथ ही वे प्रतिदिन जन जागरूकता अभियान चलाते रहते है. ज्योति प्रकाश को पुलिस मेडल गैलेंट्री अवार्ड 2019 के लिए चयन भी कर लिया गया है.
ज्योति प्रकाश का जन्म पांच मई 1961 को सीतामढ़ी के जिले के डुमरा के कृष्णपुरी के वार्ड चार के निवासी है, ज्योति प्रकाश के पिता स्व. कैलाशपति सिन्हा के पुत्र है, इनकी प्रारंभिक शिक्षा सीतामढ़ी में ही हुई थी. ज्योति प्रकाश को दो पुत्र है. बड़े बेटे सौरभ प्रकाश और दूसरे आदित्य प्रकाश है. दोनों इंजीनियर है. बेटी अनामिका सिन्हा जो पटना वोमेंस कॉलेज से इंग्लिश में एमए है जो अभी यूपीएससी की तैयारी कर रही है. दूसरी बेटी पूजा सिन्हा जो इंजीनियर है जो अभी जापान में कार्यरत है.
डीएसपी ज्योति प्रकाश से जब पूछा गया कि आपको बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय का फोन आया तो आपको कैसा लगा. तब इस पर ज्योति प्रकाश ने बड़े ही गर्व से कहा कि मैं बड़ा ही खुशनसीब हूं कि हमारे अभिभावक, हमारे आदरणीय बिहार पुलिस के मुखिया गुप्तेश्वर पाण्डेय सर ने मुझे उस लायक समझा और मुझे फोन कर लॉकडाउन से सम्बंधित सुरक्षा के बारे में जानकारी ली एवं मुझे गाइडलाइन भी दिए. मैं अपने आप में काफी खुश हूं कि सर ने मुझसे मेरी पूरी परिवार के बारे में जानकारी ली. मैं सर के द्वारा दिए गए दिशा निर्देश पर ही कार्य करता हूं और जब तक मेरी सेवा की अवधि है तब तक करता रहूंगा.
दिव्यांशु रमन सिंह की रिपोर्ट