पटना जिले में शनिवार को चार डॉक्टर, 51 स्वास्थ्यकर्मी समेत 332 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। इनमें पीएमसीएच और आईजीआईएमएस के दो-दो डॉक्टर, पीएमसीएच के 33, पटना एम्स के 14 तथा आईजीआईएमएस के चार स्वास्थ्य कर्मी शामिल हैं। इस तरह जिले में संक्रमितों की संख्या 3548 पर पहुंच गई है, जबकि 1638 लोग स्वस्थ हो चुके है। वहीं, 32 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि एक्टिव केस की संख्या 1878 है।
पीएमसीएच दोनों संक्रमित माइक्रोबायोलॉजी लैब के हैं। इस लैब का एक टेक्नीशियन भी शनिवार को संक्रमित मिला। यह लगातार सातवां दिन है, जब माइक्रोबायोलॉजी लैब से कोई संक्रमित मिला। अब तक इस विभाग के 22 डॉक्टर और कर्मी संक्रमित हो चुके हैं। लैब में एक चौथाई स्टाफ से काम हो रहा है। वहीं, 32 अन्य कर्मी को भी कोरोना हो गया है। प्राचार्य डॉ. बीपी चौधरी ने बताया कि पीएमसीएच में 288 सैंपलों की जांच हुई। इनमें 85 संक्रमित पाए गए हैं। पीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती 50 मरीज संक्रमित पाए गए। इनमें से 30 पटना के अलग-अलग मोहल्लों के हैं। सिविल सर्जन डॉक्टर आरके चौधरी ने बताया कि शनिवार को पटना सिटी, कंकड़बाग, राजीवनगर, भागवतनगर, गर्दनीबाग, जक्कनपुर आदि इलाकों के ज्यादातर संक्रमित हैं। पटना एम्स में शनिवार को 102 लोग भर्ती कराए गए हैं। इनमें 51 लोग कोरोना पॉजिटिव तथा 51 लोग संदिग्ध के रूप में भर्ती हुए हैं। इस तरह एम्स में 303 मरीज भर्ती हैं। वहीं, 27 लोगों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। उधर, एम्स के आठ नर्सिंग स्टाफ व छह टेक्नीशियन पॉजिटिव पाये गए हैं। इससे पटना एम्स के अन्य कर्मियों व नर्सिंग स्टाफ में दहशत का माहौल बना हुआ है। वहीं फुलवारीशरीफ की वृंदावन कॉलोनी युवक तथा बिरला कॉलोनी के अधेड़ को भर्ती कराया गया है। बता दें कि कुछ दिनों से फुलवारीशरीफ इलाके में तेजी से कोरोना का संक्रमण फैला है। शुक्रवार को फुलवारीशरीफ की लाल मिया दरगाह की 11 वर्षीय बच्ची की जान चली गई थी।