PATNA : इस वक्त की बड़ी खबर अतिथि की सहायक प्रधानाध्यापक अपनी मांगों को लेकर आज विधानसभा मार्च कर रहे थे। बता दें लगभग 2600 की संख्या में शिक्षकों को जेपी गोलंबर के पास ही रोक दिया गया। और यातायात काफी देर तक बाधित होने के कारण, अतिथि शिक्षकों को पुलिस के द्वारा बल पूर्वक हटाया गया। आपको बता दें कि, अब यातायात सुचारू ढंग से चालू हो गया है एवं अतिथि शिक्षकों को वेरी सेटिंग कर एक जगह साइड कर दिया गया है।
वहीं हंगामा कर रहे अतिथि शिक्षकों को पुलिस के द्वारा तकरीबन आधा दर्जन लोगों को पूछताछ के लिए थाना भी ले जाया गया है। दरअसल बिहार के विभिन्न विश्वविद्यालयों में कई सालों से कार्यरत अतिथि सहायक प्रधानाध्यापकों को हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। और इसका विरोध करते हुए हजारों की संख्या में पटना के गांधी मैदान स्थित गांधी मूर्ति के पास जुटे बिहार के विभिन्न जिलों से आए है।
बता दें कि , मौके पर मौजूद अतिथि प्रधानाध्यापक अपनी मांगों के समर्थन में लगातार जेपी गोलंबर पर अपनी आवाज को बुलंद कर रहे हैं । इन अतिथि प्रधानाध्यापकों को प्रतिबंधित क्षेत्र में रोकने के लिए जेपी गोलंबर पर पटना जिला प्रशासन की ओर से वाटर चैनल भी मंगवाने के साथ-साथ मुकम्मल मात्रा में पुलिस बल की तैनाती भी की गई है ।
हालांकि इस दौरान प्रधानाध्यापकों के इस विधानसभा मार्च में कदम से कदम मिलाने पालीगंज के विधायक संदीप सौरव भी शामिल हो गए हैं। पालीगंज विधायक संदीप सौरव ने कहा है कि, पिछले कई सालों से बिहार के विभिन्न विश्वविद्यालयों में गेस्ट फैकेल्टी पढ़ाते आ रहे हैं । सभी अतिथि सहायक प्रधानाध्यापक की नियुक्ति यूजीसी के मापदंड पर हुई थी । इन सभी की नियुक्ति रोस्टर प्रणाली को फॉलो करते हुए की गई थी ।ऐसे में जब देश के कई राज्यों में गेस्ट फैकल्टी का समायोजन संभव है तो फिर बिहार में क्यों नहीं ।
पटना से अजय कुमार की रिपोर्ट