द एचडी न्यूज डेस्क : राजधानी पटना के छह धोबी घाटों का जीणोद्धार नहीं होने की वजह से नाराज पटना जिला रजक समिति के पदाधिकारियों और सदस्यों ने रोष प्रकट किया. निर्णय लिया गया कि एक मार्च को बिहार के नेताओं के कपड़े नहीं धुले जाएंगे. ये जानकारी समिति के महासचिव रामविलास प्रसाद ने दी.
उन्होंने कहा कि बिहार के नेताजी अब गंदे कपड़ों में दिखेंगे. अब वो अपने कपड़े खुद धोएं या फिर गंदे कपड़ों में ही घुमें. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि पटना के धोबियों ने एक मार्च से किसी भी माननीय का कपड़े नहीं धोने का ऐलान किया है. उनकी मांग है कि सभी धोबी घाटों का जीर्णोद्धार किया जाए. अगर जल्द इस पर काम शुरू नहीं हुआ तो सड़क पर उतरेंगे.
महासचिव ने रामविलास प्रसाद ने बताया कि 2007 में राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने प्रतिमा का अनावरण के दौरान घाटों की चारदीवारी कराने के साथ-साथ इनका जीणोद्धार कराने की घोषणा की थी. कई सालों बाद भी पूरी नहीं हुई, तब समिति ने सांसदों, विधायकों व नेताओं से मुलाकात कर उनके सामने अपनी बात रखी.
महासचिव ने बताया कि समजा के लोगों से आह्वान किया गया है कि धोबी घाटों पर ही नहीं, घर में भी वे नेताओं के कपड़े न धुलें. यह सांकेतिक हड़ताल होगी. इसके बाद भी अगर मांग पूरी नहीं होती है तो सत्र के दौरान विधानसभा का घेराव किया जाएगा. मांग पूरी होने तक चरणबद्ध आंदोनल जारी रहेगा.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट