मधुबनी : जिले में आज चहुंओर क्रिसमस की उमंग छाई हुई है. क्रिसमस की शुभकामनाओं की उमंग रात बारह बजते ही शुरू हो गया. इसाई समुदाय सहित अन्य लोगों द्वारा एक-दूसरे को क्रिसमस की शुभकामनाएं देकर प्रभू यीशू को याद किया. क्रिसमस को लेकर शहर से सटे दोमंठा स्थित जेम्स प्रार्थना भवन की आकर्षक सजावट की गई. यहां विशेष प्रार्थना में इसाई समुदाय सहित अन्य लोग भी हिस्सा लिया. इस वर्ष कोरोना गाइडलाइंस के आलोक में बड़ा सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं की गई.

इधर, देर रात से ही सोशल मीडिया पर क्रिसमस की शुभकामनाओं की बरसात होती रही. माता मरियम और प्रभु यीशू की आकर्षक छवि वाले क्रिसमस की शुभकामनाएं क्रिसमस की महत्ता व श्रद्धा को बढ़ाया. शुभकामनाओं के साथ प्रभू यीशू के त्याग व बलिदान को याद करते रहे. क्रिसमस की पूर्व संध्या पर ग्रीटिग, गिफ्ट का आदान-प्रदान को लेकर बच्चों में काफी उत्साह देखा गया. टाफियां का वितरण भी चलता रहा,कोरोना कें मद्देनजर संक्षिप्त कार्यक्रम किया गया. सांता क्लॉज के कपड़े में सजे युवा आकर्षक का केंद्र रहा.

शहर से सटे दोमंठा गांव स्थित जेम्स प्रार्थना भवन के पास्टर मणिलाल ने कहा कि संसार के पीड़ित मानवता को नई राह दिखाने तथा उसके कष्टों को दूर करने के लिए प्रभु यीशु का जीवन ही एक महान व पवित्र संदेश है. प्रभु यीशु ने संसार को सामाजिक एकता, भाईचारा, सेवा व नेक कार्यो का संदेश देते रहे. वे स्वयं को कष्टों में रहकर मानव जाति के समक्ष अनेक उदाहरण प्रस्तुत किए. उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु आज भी हम लोगों के साथ हैं. क्रिसमस के दिन प्रभु यीशु विशेष कृपा प्राप्त होता है. प्रभु यीशु ने संसार को शांति के मार्ग पर चलने की सीख दी है.
पप्पू पूर्वे की रिपोर्ट