पटना : जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने ब्राह्मण समाज के प्रतिनिधियों ने मुलाक़ात की. उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण समाज के सदस्यों का हो रहे एनकाउंटर पर उन्होंने चर्चा की. साथ ही बिहार के विकास के लिए कृष्णा-सुदामा दोस्ती को मजबूत बनाने की वकालत की. इस बैठक में कुंज बिहारी मिश्रा, समीर दुबे, हरेन्द्र मिश्रा, धनंजय मिश्रा तथा अन्य प्रतिनिधि मौजूद थे.
बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि, योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद से उत्तर प्रदेश में हुए सभी एनकाउंटर की न्यायिक जांच होनी चाहिए. यदि एक सप्ताह के भीतर जांच शुरू नहीं की गई तो हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे. हम मांग करते हैं कि उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश चंद्रचूड़ की निगरानी में ये सारी जांच हो.
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की सीबीआई जांच को लेकर पप्पू यादव ने गृह मंत्री अमित शाह को एक चिट्ठी लिखी थी. इसका उत्तर देते हुए गृह मंत्री ने लिखा कि आपकी मांग कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग से संबंधित है. अतः पत्र को आवश्यक कार्रवाई हेतु संबंधित मंत्रालय को अग्रेषित किया जा रहा है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि बिहार सरकार के पास पर्याप्त मात्रा में कोरोना टेस्टिंग किट नहीं है. बिहार की स्थिति महाराष्ट्र से भी ज्यादा खराब होने वाली है. लेकिन सत्ता में बैठे नेताओं को आम जनता की जान से ज्यादा चिंता चुनाव की है.
उत्तर बिहार में बाढ़ की स्थिति पर बोलते हुए जाप अध्यक्ष ने कहा कि सुपौल, गोपालगंज, मधुबनी, सहरसा और दरभंगा के लोगों पर फिर जल प्रलय का संकट आ गया है. मैं केंद्र सरकार से आग्रह करता हूं तत्काल रूप से लोगों को राहत पहुंचाया जाए क्योंकि स्थिति अब नीतीश कुमार से नहीं संभलेगी.
गुजरात में कांस्टेबल सुनीता यादव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने लॉकडाउन लागू किया और इससे जुड़े नियम बनाए है. लेकिन भाजपा के ही मंत्री और उनके बेटे लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे हैं और पुलिस द्वारा रोकने पर उन्हीं से बहस करते हैं. मैं सलाम करता हूं सुनीता यादव को उनके बहादुरी के लिए. उन्हें सम्मानित किया जाना चाहिए. इससे पहले पप्पू यादव की अध्यक्षता में भाजपा और राजद से जुड़े सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने जाप की सदस्यता ली. इस मौके पर राष्ट्रीय महासचिव प्रेमचंद सिंह, राजेश रंजन पप्पू तथा अन्य नेतागण मौजूद रहें.
खुशी रंजन कुमार की रिपोर्ट