पटना : जन अधिकार पार्टी की ओर से एमएसपी कानून और खाद के संकट को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया गया. गर्दनीबाग स्थित धरनास्थल पर प्रदर्शन के दौरान जाप नेताओं ने केंद्र सरकार पर बिहार के किसानों को परेशान करने का आरोप लगाया. धरना को सम्बोधित करते हुए जाप राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने कहा कि बिहार को एमएसपी कानून की जरूरत हैं. बिहार के किसानों हालात दयनीय हैं. बिहार में उधोग के नाम पर सिर्फ खेती हैं हमारी मांग है कि सरकार किसानी को उधोग का दर्जा दें. बिहार में मंडी व्यवस्था लागू होना चाहिए. किसानों को सही समय खाद और बिजली की उपलब्धता केंद्र सरकार कराए.
पप्पू यादव ने कहा कि आज एमएसपी पर कानून की सख्त जरूरत हम किसानों को है. खेत हमारा, मेहनत-पूंजी हमारी और उपज हमारा लेकिन इसका दाम व्यापारी तय करते हैं. यह किसानों के लिए बहुत ही दुखद है. अगर एमएसपी पर गारंटी का कानून बन जाएगा तो व्यापारी उस निर्धारित कीमत से कम पर अनाज की खरीदारी नहीं कर पाएगा.
जाप प्रदेश अध्यक्ष राघवेंद्र कुशवाहा ने केंद्र सरकार बिहार के किसानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. केंद्र सरकार को यहां लगभग 62 लाख टन रसायनिक खाद देना है, लेकिन अभी तक लगभग 24 लाख टन खाद दिया गया है. जिससे खाद का संकट बना हुआ है. जाप राष्ट्रीय महासचिव प्रेमचंद सिंह केंद्र सरकार से किसानों के हित में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) संबंधित कानून बनाने की मांग की है.
साथ ही आंदोलन में हुए शहीद किसानों के परिजनों के लिए मुआवजा व एक आश्रित को नौकरी देने की मांग की है. राष्ट्रीय महासचिव राजेश रंजन पप्पू ने कहा कि प्रदेश में किसानों के अनाज को पैक्स के माध्यम से खरीदारी नहीं हो पाने से किसानों में आक्रोश हैं. जाप किसानों के हक की लड़ाई सड़कों पर लड़ती रहेगी. कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्वी पटना जिला अध्यक्ष सचिदानंद यादव ने की और संचालन पटना पश्चिमी अध्यक्ष टिंकू यादव ने किया.
एमएसपी कानून और खाद संकट पर आयोजित इस धरने में राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव, प्रदेश अध्यक्ष राघवेंद्र कुशवाहा, राष्ट्रीय महासचिव प्रेमचंद सिंह, राष्ट्रीय महासचिव राजेश रंजन पप्पू, प्रदेश प्रवक्ता शान परवेज, प्रदेश महासचिव प्रोफेसर श्यामदेव सिंह चौहान, सत्येंद्र पासवान, आनंद सिंह, राजू दानवीर, टिंकू यादव, मनीष यादव, आदि मेहता, रोहन यादव, गौतम आनंद, मनीष यादव, सुप्रिया खेमका, रौशन कुमार, विवेक कुमार, पिंटू यादव, नीतीश सिंह, सनन्नी यादव, ज्योति चंद्रवंशी उत्कर्ष कुमार, पूनम झा और सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे.
विशाल भारद्वाज की रिपोर्ट