द एचडी न्यूज डेस्क : जदयू के कर्पूरी सभागार में आज सवर्ण मिलन समारोह का आयोजन किया गया. जिसमें जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह व लोकसभा सांसद ललन सिंह सहित कई नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे. जदयू आज सवर्ण समाज के लोगों को पार्टी में जोड़ा. पार्टी में जुड़ने के बाद सवर्ण समाज के लोगों ने कहा कि जदयू पहली ऐसी पार्टी है जिसने सवर्ण प्रकोष्ठ का गठन करके हम सबों की समस्या की सुनने का काम किया है. हम अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष से निवेदन करेंगे कि हमने जो अपनी पहचान खो दी है उसको वापस दिलाने का काम किया जाए.
उन्होंने कहा कि सवर्णों के एक-एक खून का कतरा जदयू के नाम होगा. अब भाजपा के बाद जदयू की नजर भी सवर्ण वोट बैंक है. बिहार विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद जदयू लगातार मिलन समारोह कर लोगों को जोड़ने का काम कर रही है. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष खुद कार्यक्रमों की अध्यक्षता करते है. इसी कड़ी में आज सवर्ण समाज के लोगों को जदयू में शामिल किया गया है.
आगामी चुनावों को लेकर जदयू अभी से ही तैयारियों में जुट गई है. इस बार हर समुदायों के वोट पर जदयू की नजर है. इसीलिए जदयू ने खास सवर्ण प्रकोष्ठ के गठन कर सवर्णों को भी पार्टी में शामिल कर लिया है. ललन सिंह ने कहा कि मैं बिहार प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष को धन्यवाद कहता हूं कि उन्होंने सवर्ण प्रकोष्ठ के गठन किया. नीतीश कुमार ने 2005 से लगातार हर तबके का विकास किया है. आज बिहार का विकास दर पूरे देश में सबसे ज्यादा है.
सांसद ललन सिंह ने आगे कहा कि जदयू ने युवा लोगों को जोड़कर उनको भ्रमित होने से बचाया है. क्योंकि 2005 से पहले लालू की सरकार ने बिहार को बर्बाद कर दिया था. जिनके यहां एक घंटे बिजली आती थी वो अपने आप को सौभाग्यशाली समझते थे. उस वक़्त एक दरबार था जहां फिरौती की रकम तय की जाती थी. वहीं नीतीश कुमार ने परिवर्तन किया है. अब किसी की हिम्मत नहीं है कि कोई राइफल निकालकर किसी को लूट सके. आज के जो युवा है उन्होंने वो डरावना बिहार नहीं देखा है और परिवर्तन होते हुए नहीं देखा है. इसीलिए जरूरत है युवाओं को बताने कि पहले का बिहार क्या था और अब क्या है.
आरसीपी सिंह ने कहा कि ललन बाबू नीतीश कुमार के साथ 33 वर्ष हैं और बहुत सारी नीतियां बनाने में ललन बाबू का हाथ रहा है. ललन सिंह ने पार्टी को काफी आगे ले जाने का काम किया है और जब भी जो जिम्मेदारियां मिली उसे बखूबी निभाया है. हमने एक शार्ट में ही काफी ज्यादा रन बना लिया. ये कोई साधारण बात नहीं है. हमारा उद्देश्य है न्याय के साथ विकास और समाज के विकास करना.
उन्होंने आगे कहा कि हमारा जो सात निश्चय है. उसमें कोई जातिगत, धर्म का भेदभाव नहीं है. सवर्ण प्रकोष्ठ हमने इसीलिए बनाया क्योंकि सवर्ण समाज को लगने लगा था कि पार्टी में हमारा अपना कोई नहीं है. वृद्ध पेंशन योजना में भी कोई भेदभाव नहीं है. अब सवर्णों को भी आरक्षण का लाभ मिलने लगा है. जदयू हमेशा सबको साथ लेकर चलने वाली पार्टी है. आज 18-35 वर्ष के युवाओं के साथ हमें संवाद स्थापित करना है. उनकी समस्याओं को सुनना है क्योंकि सबसे ज्यादा वोटर इसी वर्ग के है.
संजय कुमार मुनचन की रिपोर्ट