पटना : पेगासस सॉफ्टवेयर द्वारा भारत में फोन टैपिंग मामले को लेकर विपक्ष सड़कों पर उतर चुकी है. आज कांग्रेस के तमाम नेता एवं कार्यकर्ता पैदल मार्च करते हुए राजभवन पहुंचे और कुछ बड़े नेताओं को राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने के लिए अंदर जाने दिया. वहीं कई सारे कार्यकर्ताओं को राजभवन के बाहर ही पुलिस ने रोक दिया. वहीं ज्ञापन सौंपने के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि यह अमित शाह जो गृह मंत्री हैं.
इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से आपकी सारी जानकारी उन तक पहुंचती है. पहले राहुल गांधी पे उन्होंने जासूसी करवाई की लेकिन अब ये उन तक ही सीमित नहीं है. अब आप रूम में क्या कर रहे हैं, बाथरूम में क्या कर रहे हैं ये सारी जानकारी पेगासस सॉफ्टवेयर के माध्यम से गृह मंत्री तक पहुँच रही है और अब अगर कोई आपको फसाना चाहे तो कोई मुश्किल नही होगी. ये सॉफ्टवेयर आपको आसानी से फसा सकता है और हम चाहते है कि राज्यपाल इस ज्ञापन को राष्ट्रपति तक पहुंचाए और राष्ट्रपति इस मामले की निष्पक्षता से जाँच करें और अमित शाह को बर्खास्त करें.
बता दें कि चार दिन पहले इजराइली की जासूसी एप्प पेगासस को लेकर यह खुलासा हुआ थी कि इस एप्प की सहायता से दुनिया के कई देशों में इसकी सहायता से सरकारें जासूसी का काम करा रही है. इस खुलासे में यह दवा किया गया था कि भारत में 40 से अधिक बड़ी हस्तियों की सरकार ने 2017-2019 के बीच जासूसी करवाई थी, साथ ही उनके फोन टैप करवाए थे. जिनमें राहुल गांधी का भी नाम शामिल है.
जिसके बाद कल देश भर में पेगासस जासूसी मामले को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस किया गया. जिसमें मीडियाकर्मी से लेकर कई नामचीन नेता पर आरोप लगाया है जिसके बाद ही सियासत गर्म हो गयी.
पटना से संजय कुमार की रिपोर्ट