पटना : बीजेपी के विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने अपनी ही पार्टी पर साधा निशाना. उन्होंने बिहार सरकार के बीजेपी कोटे से बने मंत्रियों को कम अनुभवी बताया है. ज्ञानू ने कहा कि अगड़ी जाति का कैबिनेट विस्तार में ख्याल नहीं रखा जा रहा है. बिहार प्रदेश से लेकर केंद्र तक कुछ खास जाति के लोगों का प्रभाव इस पार्टी पर है. वैश्य और यादव को तहजीब दी जा रही है. ज्ञानू ने कहा कि बीजेपी में नाराज 12 से 13 विधायक उनके संपर्क में हैं. दिग्गज नेता स्वर्गीय जगन्नाथ मिश्रा के बेटे नीतीश मिश्रा को भी मंत्री बनाने लायक नही समझा गया.
समय आने पर फैसला करेंगे
ज्ञानू ने अपने साथ 15 विधायक होने का दावा किया और कहा कि समय आने पर फैसला करेंगे. कैबिनेट विस्तार में भाजपा ने जाति, क्षेत्र और छवि का ख्याल भी नही रखा उन्होंने सवर्णों की अनदेखी का आरोप लगाया और कहा कि लगता है कि भाजपा को सवर्णों का सिर्फ वोट चाहिए. सत्ता में दूसरे को तरजीह दी जा रही है. मंत्रियों की सूची देखकर लग रहा कि भाजपा में अनुभवी और वरिष्ठ होना गलत है. नंद किशोर यादव (और प्रेम कुमार सरीखे नेताओं की जगह क्या तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी (से पार्टी को ताकत मिलेगी? मगध में भूमिहारों की उपेक्षा हुई. मिथिलांचल ललित नारायण एवं जगन्नाथ मिश्र की पहचान प्रतिष्ठा की अनदेखी का नतीजा भुगतना पड़ेगा.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट