झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके मंत्री ट्विटर पर काफी एक्टिव हैं। ट्विटर से ना सिर्फ जानकारियां साझा की जा रही है बल्कि इसी ट्विटर से बड़ी से बड़ी समस्याओं का समाधान भी किया जा रहा है। झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने आज ट्विटर के माध्यम से ही 6 साल से अटका पड़ा एक बुजुर्ग दंपति का काम सिर्फ 6 घंटे में करवा दिया।
दरअसल 9 मई की दोपहर 12:26 बजे सुबोध कांत पाठक नाम के एक व्यक्ति ने एक बुजुर्ग दंपत्ति की तस्वीर अपलोड करते हुए यह लिखा कि “दोनों वृद्ध ब्लॉक में कागज लगाकर थक गए लेकिन इन्हें न पेंशन मिला और न ही राशन, जबकि दोनों की उम्र 70 वर्ष से ज्यादा है। दोनों गढ़वा जिला के खरौंधी प्रखण्ड के अरंगी गाँव के रहने वाले हैं।” सुबोध कांत पाठक ने मामले में संज्ञान लेने का आग्रह किया था।
कुछ ही देर में पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री ने मामले में संज्ञान लेते हुए ट्विटर पर ही गढ़वा के डीसी को निर्देश देते हुए बुजुर्ग दंपति को यथाशीघ्र समुचित सुविधा उपलब्ध कराने को कहा। साथ ही यह भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं से वंचित न रहे।
मंत्री मिथलेश ठाकुर के निर्देश के कुछ ही देर बाद गढ़वा के उपायुक्त ने ट्विटर के माध्यम से मंत्री को बताया कि उक्त मामले के आलोक में विश्वनाथ महतो को अन्नपूर्णा योजना के तहत 60 किलो राशन और 10 किलो अतिरिक्त राशन उपलब्ध कराया गया है। साथ ही उपायुक्त ने यह भी जानकारी दी कि राशन कार्ड के लिए आवेदन कर दिया गया है। बैंक खाता नहीं होने की वजह से पेंशन की स्वीकृति नहीं हुई थी।
सुबह 12 बजकर 26 मिनट पर किया गया ट्वीट का परिणाम शाम 5 बजकर 24 मिनट पर आ चुका था। मंत्री मिथलेश ठाकुर ने शिकायतकर्ता को जानकारी देते हुए ट्वीट किया कि विश्वनाथ महतो और कोटरी देवी को खाद्यान उपलब्ध करा दिया गया साथ ही पेंशन भी स्वीकृत कर दिया गया है और जल्द ही इन्हें राशन कार्ड भी समर्पित करा दिया जाएगा।