पटना : ‘लॉ एंड ऑर्डर’ के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी प्राथमिकता में किसानों को सबसे ऊपर रखा है. किसानों को बेहतर आमदनी और ज्यादा उपज को लेकर आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मौसम के आधार पर कृषि योजना का उद्घाटन किया. इस मौके पर डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद, डिप्टी सीएम रेणु देवी और कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह मौजूद रहे. इस योजना के तहत कोशिश है कि पूरे साल 365 दिन किसानों के खेत मे मौसम के अनुसार कोई ना कोई फसल जरूर लगी रहे. मौसम के अनुसार वैसे फसल लगाए जाएं ताकि फसल अच्छी होने के साथ आमदनी भी अच्छी हो.

कृषि वैज्ञानिक खुद खेती कर पेश करेंगे मिसाल
मौसम के अनुसार कृषि योजना के तहत बिहार के 190 गांवों को मॉडल गांव के रूप में तैयार किया जाएगा. इन सभी 190 गांवों में वैज्ञानिक खुद हर मौसम के अनुसार खेती करेंगे. इसके लिए बोरलॉग इंस्टिट्यूट ऑफ साउथ एशिया, राजेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय पूसा, कृषि विश्वविद्यालय सबौर, भागलपुर के वैज्ञानिक आपस मे मिलकर इस योजना को सफल बनाएंगे. अगले पांच साल तक वैज्ञानिक खुद खेती करेंगे जिसके बाद बिहार के लाखों किसानों को इसे दिखाया जाएगा और इसे सिखाया जाएगा.

सभी 38 जिलों के किसानों को किया जाएगा शामिल
मौसम के अनुसार कृषि की योजना की शुरुआत सभी 38 जिलों के किसानों के लिए की गई है. सोमवार को बिहार के 30 जिलों में इसकी शुरुआत सीएम नीतीश कुमार ने की जबकि आठ जिलों में इसकी शुरुआत पिछले साल ही हो चुकी थी जहां वैज्ञानिक सफल खेती कर मिशाल पेश कर रहे हैं.

