Patna: कई वर्षों से राजधानी पटना में लूटपाट की घटना को अंजाम देने वाला कुख्यात बिट्टू सिंह ने पुलिस कस्टडी में ही आत्मदाह करने का प्रयास किया। लेकिन समय रहते पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए उसे बचा लिया है। बता दें कि कुछ दिन पहले पटना के एजी कॉलोनी में जितेंद्र साव को पैर में गोली मारकर उसकी ऑटो, सोने की चैन और 500 रुपये लेकर फरार हो गया था। जिसके बाद काफी छापेमारी के बाद पुलिस ने कुख्यात विक्की सिंह को गिरफ्तार कर लिय़ा था।
पुलिस गिरफ्त के दौरान कुख्यात ने बाथरुम जाने का बहाना किया और सबूत मिटाने के चक्कर में उसे अपराध करते समय पहने टी-शर्ट को जलाने की कोशिश की। उसने बाथरुम में रखे माचिस से टी-शर्ट में आग दी, जिसके बाद में भगदड़ का माहौल बन गया। जिसके बाद पुलिसकर्मी ने उसे खदेड़ कर पकड़ लिया और आनन-फानन में उसे राजवंशी नगर अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक इलाज के लिए फिर पीएमसीएच भेजा गया।
इस घटना के दौरान कुख्यात बिट्टू सिंह को हल्की चोटें आईं हैं। पूछताछ में उसने पीएमसीएच पीओपी प्रभारी को बताया कि वह स्मैक और गांजे का आदि है। स्मैक और गांजा नहीं मिलने के कारण इस तरह की घटना को अंजाम दिया। भागने के चक्कर में उसने इस घटना को अंजाम नहीं दिया था।
बतातें चलें कि कुख्यात बिट्टू शर्मा आद्तन अपराधी है और वह पाटलिपुत्र कॉलोनी के नेहरू नगर में अपने परिवार के साथ रहता हैं। 18 मई को उसने और महताब एवं उसके साथी शाहिद ने जितेंद्र साव का ऑटो बुक किया और उससे एजी कॉलोनी पार्क के पीछे ले जाकर उसके साथ लूट की घटना को अंजाम दिया था। जिसमें उसका सोने का लॉकेट और500 नगद लूट लिया था। विरोध करने पर बिट्टू ने ऑटो चालक जितेंद्र शाव को गोली मारकर घायल कर दिया था। जिसके बाद पुलिस ने लगातार छापेमारी कर बिट्टू शर्मा को गिरफ्तार कर लिया।
पटना से अजय कुमार की रिपोर्ट