नई दिल्ली : भारत ने दो अप्रैल 2011 को दूसरी बार वर्ल्ड कप पर कब्जा किया था. फाइनल में श्रीलंका को मात देकर टीम इंडिया ने खिताब जीता था. 2011 वर्ल्ड कप की बात आते ही महेंद्र सिंह धोनी और युवराज सिंह दो लोगों की बहुत चर्चा होती है. युवराज सिंह की वर्ल्ड कप 2011 में शानदार पारियां और फाइनल मैच में धोनी के विनिंग छक्के की यादें हर फैन के जहन में ताजा होंगी.
लेकिन 2011 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम इंडिया के सदस्य रहे सुरेश रैना का मानना है कि सचिन तेंदुलकर के कारण ऐसा संभव हो पाया है. सुरेश रैना ने वर्ल्ड कप जीतने का क्रेडिट सचिन तेंदुलकर के शांत स्वभाव को दिया है. सुरेश रैना ने कहा कि सचिन तेंदुलकर के शांत स्वभाव और धैर्य की वजह से हमने 2011 वर्ल्ड कप जीता. रैना ने खलीज टाइम्स से बात करते हुए कहा कि यह सचिन तेंदुलकर के लिए आखिरी वर्ल्ड कप था और इसके जीतने से यह और भी खास हो गया.
रैना ने कहा कि सचिन तेंदुलकर ऐसे इंसान थे जिन्होंने टीम इंडिया के हर खिलाड़ी को भरोसा दिलाया कि हम वर्ल्ड कप जीत सकते हैं. रैना ने कहा, सचिन तेंदुलकर टीम के दूसरे कोच की तरह थे. टीम इंडिया के खिलाड़ी भी यही चाहते थे कि सचिन तेंदुलकर के लिए इस बार वर्ल्ड कप जीतना चाहिए.
रैना के मुताबिक सचिन तेंदुलकर हमेशा टीम इंडिया में एनर्जी भर देते थे. बता दें कि सचिन तेंदुलकर ने भारत को वर्ल्ड कप दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी. सचिन तेंदुलकर ने वर्ल्ड कप 2011 के 9 मैचों में 53.55 की बेहतरीन औसत से 482 रन बनाए थे. युवराज सिंह 2011 वर्ल्ड कप में मैन ऑफ द टूर्नामेंट रहे थे.