अहमदाबाद : गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने घाटलोदिया के विधायक भूपेंद्र पटेल को आज राज्य के 17वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया है. नवनिर्वाचित नेता भूपेंद्र पटेल ने रविवार शाम को राज्य भाजपा मुख्यालय कमलम् में शीर्ष पद के लिए अपने नाम की घोषणा के बाद, गुजरात के राज्यपाल के समक्ष एक नई सरकार बनाने का दावा पेश किया.
उनके दावे को स्वीकार करते हुए राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने पटेल को गुजरात के सत्रहवें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया. शपथ ग्रहण समारोह सोमवार को गांधीनगर स्थित राजभवन परिसर में दोपहर 2.20 बजे होगा. भूपेंद्र पटेल ने मीडिया को बताया कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री अमित शाह के उन पर भरोसा करने के लिए आभारी हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम आनंदीबेन पटेल का आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ है. हम नए सिरे से योजना बनाएंगे और विकास कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए संगठन के साथ चर्चा करेंगे.
भूपेंद्र, इससे पहले अहमदाबाद शहरी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष के रूप में कार्य कर चुके हैं. 20 साल पहले नरेंद्र मोदी की तरह वह भी पहली बार विधायक बनकर सीधे मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं. मोदी अब देश के प्रधानमंत्री हैं. बीजेपी विधायक दल की बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षकों (केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर और प्रह्लाद जोशी) ने भाग लिया. बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग भी मौजूद थे.
पटेल 2017 में पहली बार चुनाव लड़े थे और जीते थे
पटेल को मृदुभाषी कार्यकर्ता के रूप में जाना जाता है, जिन्होंने नगरपालिका स्तर के नेता से लेकर प्रदेश की राजनीति में शीर्ष पद तक का सफर तय किया है. पटेल 2017 के विधानसभा चुनाव में राज्य की घाटलोडिया सीट से पहली बार चुनाव लड़े थे और जीते थे. उन्होंने कांग्रेस के शशिकांत पटेल को एक लाख से अधिक वोटों से हराया था, जो उस चुनाव में जीत का सबसे बड़ा अंतर था.
पटेल इससे पहले राज्य सरकार में मंत्री भी नहीं रहे, जिस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 साल पहले गुजरात का मुख्यमंत्री बनने से पहले कभी मंत्री नहीं रहे थे. मोदी को सात अक्टूबर, 2001 मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गयी थी और वह राजकोट विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में जीत हासिल कर 24 फरवरी, 2002 को विधायक चुने गए थे. सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा धारी और अपने समर्थकों के बीच ‘दादा’ के नाम से पुकारे जाने वाले पटेल को गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री और अब उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का करीबी माना जाता है. वह जिस विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, वो गांधीनगर लोकसभा सीट का हिस्सा है, जहां से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सांसद हैं.