नालंदा : बिहार की नालंदा विधानसभा सीट से सूबे के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार सातवीं बार अपना भाग्य आजमा रहे हैं. वहीं महागठबंधन से गुंजन पटेल भी उन्हें कड़ी टक्कर देने के लिए मैदान में उतर गए हैं, लेकिन पिछले बार भाजपा की टिकट पर पहली बार चुनाव लड़कर मंत्री श्रवण कुमार को कड़ी टक्कर देने वाले उम्मीदवार कौशलेंद्र कुमार उर्फ छोटे मुखिया इस बार भी नालन्दा विधानसभा सीट से दो-दो हाथ करने को तैयार होकर निर्दलीय के तौर पर मैदान में आ गए हैं.
हालांकि पिछली बार मंत्री श्रवण कुमार 26 वोट से चुनाव जीतकर अपनी तो साख बचाने में कामयाब रहे. इधर, जनतांत्रिक विकास पार्टी के प्रत्याशी कौशलेंद्र कुमार उर्फ छोटे ने बताया कि नालंदा में हम 25 सालों के भ्रष्टाचार, नदी की सफाई में घोटाला, बेरोजगार को रोजगार दिलाने समेत अन्य मुद्दे पर चुनाव लड़ रहे हैं.
चुनावी मैदान में पैराशूट प्रत्याशी!
इधर, महागठबंधन में पैराशूट से चुनाव मैदान उतरे कांग्रेस उम्मीदवार गुंजन पटेल भी नालंदा विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरकर इस सीट को त्रिकोणीय बनाने में जुटे हुए हैं, लेकिन जनता के बीच अनजान बने हुए रहने के कारण उन्हें चुनाव लड़ने के लिए जनता के बीच जाकर पहचान बनाना होगा. हालांकि गुंजन पटेल का कहना है कि हम पर जो आरोप लगाया जा रहा हैं मंत्री श्रवण कुमार द्वारा कालाधन खर्च कर टिकट लिया गया है, वह बिल्कुल बेबुनियाद और गलत है. उन्होंने साफ कहा कि खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे वाली कहानी यहां साबित हो रही है. उन्हें भाजपा में रहते हुए कौशलेंद्र कुमार कांग्रेसी टिकट नहीं मिली तो बयानबाजी कर रहे हैं, लेकिन इससे उन्हें कोई फायदा होने वाला नहीं.