PATNA: बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि कृषि पदाधिकारी और फर्टिलाइजर व्यवसाई के कारण यूरिया की कमी दिखाई गई। यूरिया की कमी ना होने के बावजूद कालाबाजारी करने के लिए यह काम किया गया। बिहार में यूरिया की जरूरत 8.34 मेट्रिक टन की जरूरत है। बिहार को यूरिया केंद्र सरकार द्वारा 8.77 मेट्रिक टन मुहैया कराया गया था।
केंद्र सरकार यूरिया में पंद्रह सौ सौ सोलह सौ शब्द सब्सिडी दी जाती है। फर्टिलाइजर विक्रेताओं द्वारा कृषि पदाधिकारियों से मिलकर यूरिया को ब्लैक में खरीदा है। मुख्यमंत्री की मर्जी से अफसरशाही होती है और यह उन्हें जानकारी है। बीजेपी कोटे के मंत्री जनक राम के समय भी बालू में गड़बड़ी का काम मुख्यमंत्री के निर्देश पर हुआ था। बालू से जुड़ा हुआ पूरा काम निगम बनाकर विभाग के अधिकारियों को दे दिया गया था। यूरिया कालाबाजारी की जांच केंद्र सरकार से हो मैं इसकी मांग करता हूं।
बेगूसराय में जो गोलीबारी की घटना हुई वह पहले कभी बिहार में नहीं हुआ। नीतीश कुमार का यह राज गुंडाराज हो गया है। गुंडे अपने वर्चस्व को बनाने के लिए इस तरह की कार्यवाही की है।बीजेपी इस मामले को लेकर चुप नहीं बैठने वाली है। तेजस्वी जब विपक्ष में थे तो वह जनता के विषय को छोड़कर दिल्ली में पिकनिक मनाते थे । बीजेपी सरकार में रहकर भी शराबबंदी के विषय पर सवाल उठाई थी और अभी भी सरकार को घेरने का काम करेगी।
बिहार टॉप के पदाधिकारी साजिश रचते हैं। जब बात बढ़ती है तो छोटे पदाधिकारी पर कार्रवाई करते हैं। बिहार में बड़ी घटनाओं पर एसपी को क्यों नहीं सजा मिलती है। मैं पिछले 4 महीने से नीतीश कुमार को टोकता था। बीजेपी सहयोगी दल होते हुए भी कानून और शिक्षा पर सही सवाल उठाते थे। इसलिए नीतीश कुमार को बीजेपी से कष्ट था।
प्रशांत किशोर से नीतीश कुमार के मुलाकात पर संजय जयसवाल ने कहा कि नीतीश कुमार अपने उपयोगिता के अनुसार लोगों से संबंध रखते हैं। यूज एंड थ्रो करने वाले किसी व्यक्ति का सही उदाहरण नीतीश कुमार है। जब नीतीश कुमार को किसी की जरूरत होती है तो वह कचरे से भी उसको उठा लेते हैं। तेजस्वी यादव बीजेपी को एक भी सीट नहीं जीतने के बाद कह रहे हैं वह दिन में सपने देख रहे हैं। तेजस्वी और नीतीश कुमार अपने-अपने सपने सेट करने में लगे हुए हैं। जनता को तय करना है कि केंद्र सरकार के हित में काम किया है कि नहीं।
पटना से विशाल भारद्वाज की रिपोर्ट