पटना : बिहार में कैबिनेट विस्तार की चर्चाओं पर अगले 10 दिनों में विराम लग सकता है. दरअसल, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जदयू और बीजेपी के बीच मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बात बन गई है. ऐसे में बिहार विधानसभा में 19 फरवरी से शुरू होने जा रहे बजट सत्र से पहले कैबिनेट का विस्तार हो सकता है. खबरें ये भी हैं कि जदयू और बीजेपी से मंत्री पद के लिए संभावित नामों पर चर्चा का आखिरी दौर जारी है.
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने मीडिया को बताया है कि दोनों दल मंत्रिमंडल विस्तार के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों में नीतीश कुमार अपने विशेष अधिकार का इस्तेमाल करते हुए मंत्रिमंडल विस्तार करेंगे. वहीं बीजेपी की ओर से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने इस खबर की पुष्टि की है. उन्होंने कहा है कि एनडीए के घटक दलों के बीच कैबिनेट विस्तार को लेकर सभी मतभेदों को सुलझा लिया गया है और जल्द ही प्रदेश सरकार का विस्तार हो जाएगा.
आपको बता दें कि फिलहाल नीतीश कुमार की कैबिनेट में कुल 13 मंत्री हैं. बीते साल नवंबर महीने में सरकार गठन के वक़्त बीजेपी (7), जदयू (5), हम और वीआईपी के एक मंत्री बनाए गए थे. फिलहाल नीतीश कैबिनेट में 22 मंत्री और बनाए जा सकते हैं. हालांकि दोनों दल की ओर से राज्यपाल द्वारा मनोनीत किए जाने वाले 12 एमएलसी की सीटों के बंटवारे पर कोई जानकारी मीडिया के साथ साझा नहीं की गई है.
संजय झा का नाम मंत्री पद के लिए लगभग फाइनल
बताया जा रहा है कि बिहार में नीतीश कैबिनेट के विस्तार के साथ बीजेपी और जदयू के बीच केंद्र सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा हुई है. जिसके मुताबिक मोदी कैबिनेट में जदयू को सम्मानजनक जगह मिल सकती है. जदयू केंद्र सरकार में एनडीए का सबसे बड़ा सहयोगी दल है. 16 सांसदों के साथ सदन में जदयू मौजूद है. बता दें कि बंगाल चुनाव के बाद पीएम मोदी अपनी कैबिनेट का विस्तार कर सकते हैं.
बात करें जदयू कोटे से मंत्री बनाए जाने की तो इनमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सबसे करीबी नेता संजय झा का नाम मंत्री पद के लिए लगभग फाइनल है. वहीं बताया जा रहा है कि एक और मैथली ब्राह्मण को मुख्यमंत्री अपनी कैबिनेट में जगह दे सकते हैं.