नई दिल्ली : किसानों और सरकार के बीच कृषि कानून के मसले पर जारी विवाद अब फिर बातचीत की ओर बढ़ रहा है. मंगलवार को दोनों पक्षों में बातचीत हो सकती है, किसानों द्वारा दिए गए प्रस्ताव पर सोमवार को सरकार जवाब देगी. ऐसे में उम्मीद है कि इस बार मंथन से कुछ निर्णय निकलेगा. इस सबसे इतर किसानों ने अपना आंदोलन तेज करने की बात कही है, जगह-जगह प्रदर्शन और सामानों का बायकॉट जारी रहेगा.

30 दिसंबर को दोपहर 2 बजे होगी सरकार की किसानों के साथ बातचीत
केंद्र सरकार की किसानों के साथ बातचीत 30 दिसंबर को दिन में दोपहर 2:00 बजे होगी. इस बाबत केंद्रीय कृषि सचिव संजय अग्रवाल ने किसानों को एक चिट्ठी लिखी है.

गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की बैठक
किसानों की बैठक से पहले गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की एक बहुत ही महत्वपूर्ण बैठक हो रही है. बता दें कि किसानों ने सरकार को कल यानी 29 दिसंबर को 11 बजे चार प्रस्तावों के आधार पर मिलने का प्रपोजल भेजा है.
हमारी शर्तों पर होगी चर्चा : राकेश टिकैत
किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि मंगलवार को होने वाली चर्चा हमारे एजेंडे पर होगी. हम सरकारी प्रस्ताव को ठुकरा चुके हैं, अब चर्चा कानून वापस लेने और स्वामीनाथन रिपोर्ट पर होनी चाहिए. अभी हमारे आंदोलन को 33 दिन हुए हैं, सरकार नहीं मानी तो 66 दिन भी हो जाएंगे.

सरकार पर बरसीं प्रियंका गांधी
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने किसानों के मसले पर फिर मोदी सरकार को घेरा है. प्रियंका ने कहा कि यह कहना कि यह राजनीतिक साजिश है एकदम गलत है, जिस तरह के शब्द इस्तेमाल किए जा रहे हैं. मैंने आपको पहले भी कहा था सरकार जिस तरह के शब्द इस्तेमाल कर रही है यह पाप है. सरकार को किसानों की बात सुननी चाहिए और यह काला कानून वापस लेना चाहिए.
राहुल की विदेश यात्रा पर आर-पार
बीजेपी के डीके अरुणा की ओर से ट्वीट किया गया है कि हर कोई राहुल गांधी की विदेश यात्रा को बचाने में लगा है. विपक्ष कब अपनी जिम्मेदारी निभाएगा? किसान भाई, इस तरह के टूरिस्ट राजनेता से गुमराह नहीं होंगे. कांग्रेस की ओर से बीजेपी को जवाब दिया गया है कि बीजेपी राहुल की निजी यात्रा का इस्तेमाल अपनी राजनीति के लिए कर रही है.