नई दिल्ली : पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी की आशंका से डरे, देशवासियों के लिए थोड़ी राहत की खबर है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में बड़ी गिरावट आई है. कच्चे तेल के दाम जो 130 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर कारोबार कर रहा था जो अब गिरकर 111 डॉलर प्रति बैरल पर आ चुका है.
कच्चे तेल के दामों में बड़ी गिरावट
ब्रेंट फ्यूचर पर कच्चे तेल की कीमत 13 फीसदी घटकर 111 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई है. दरअसल संयुक्त अरब अमीरात जो तेल उत्पादक देशों का का संगठन ओपेक देशों का सदस्य है वो कच्चे तेल के उत्पादन में बढ़ोतरी करेगा. अगर ऐसा हुआ तो सप्लाई में कमी को भरने में मदद मिलेगी. क्योंकि एक तो रूस यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के चलते सप्लाई बाधित हुई है वहीं अमेरिका ने रूस से तेल आयात पर रोक लगा दिया है जिसके कच्चे तेल में कमी की आशंका जताई जा रही है.
भारत को जबरदस्त राहत
बहरहाल संयुक्त अरब अमीरात के कच्चे तेल के उत्पादन बढ़ाने के फैसले से भारत को भी फायदा होगा जो बढ़ती कीमतों से सबसे ज्यादा परेशान है. भारत अपने खपत का 80 फीसदी कच्चा तेल आयात करता है. पिछले दिनों कच्चे तेल के दाम 140 डॉलर प्रति तक जा पहुंचे थे. जिसके चलते देश में पेट्रोल डीजल के दामों में बड़ी बढ़ोतरी की आशंका जताई जा रही है. एक अनुमान के मुताबिक कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद पेट्रोल डीजल के खुदरा दाम नहीं बढ़ाने के फैसले के चलते सरकारी तेल कंपनियों को नुकसान हो रहा है. और इस नुकसान की भरपाई के लिए सरकारी तेल कंपनियों को 15 रुपए प्रति लीटर पेट्रोल डीजल दाम बढ़ाने की दरकार है.