पटना : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव आप कान खोल करके सुन लीजिए 15 साल बनाम 15 साल में क्या हुआ है. बिहार में एनडीए के राज्य में लालटेन राज्य से एलईडी युग में, लूट एंड ऑर्डर से लॉ एंड ऑर्डर में, लाठी राज्य से कानून राज्य तक, जंगलराज से जनता राज तक, बाहुबल से विकास बल तक पहुंचा है. 100 किलोमीटर की यात्रा करने के लिए छह घंटे लगते थे, आज एनडीए के शासन में एक घंटा लगता है.
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि बिहार में गंगा के ऊपर 58 साल में तीन पुल बने थे. एनडीए शासनकाल में 13 पुल बनाने का काम चालू हो गया है. लालू परिवार के शासनकाल में बाढ़ सहायता राशि के नाम पर हो जाते थे करोड़ों की घोटाला. एनडीए सरकार में बिचौलियों को लगाया गया ठिकाने अब जनता तक सीधे पहुंचता है सरकार का पैसा.
अरविंद सिंह ने कहा कि गजब का वह 15 वर्षों का भयावह नरसंहार ओ वाला दौर था. ना सड़के थी, ना बिजली थी, ना थी पानी, बस थी मजदूरों की पलायन की कहानी, डर के मारे गरीब बोल रहे थे बाबू रे बाबू लालू से जान बचानी है, तो बिहार से भागो रे बाबू, गुंडे बने हुए थे अत्याचारी. जनता कर रही थी त्राहि-त्राहि, बिहार की हालत हो गई थी बेचारी. रोजगार का था बुरा हाल बिहार हो गई थी बेहाल.
सिंह ने कहा कि एनडीए सरकारों की प्राथमिकता विकास है केंद्र की नरेंद्र मोदी की सरकार और बिहार की एनडीए सरकार ने विकास और जनकल्याण के लिए अभूतपूर्व काम किए हैं. घर-घर बिजली पहुंचाने, गांव-गांव में पक्की सड़कें बनवाने के अलावा करोड़ों गरीबों को मकान शौचालय रसोई गैस और स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिला है. एनडीए सरकार के सात निश्चय कार्यक्रम से लोगों को पीने के लिए नल-जल का पानी और अन्य सुविधाएं मिल रही है.
उन्होंने ने कहा कि ताल ठोकर हम बताएंगे कि एनडीए सरकार ने बाढ़ से रोकथाम के लिए कितना काम किया है. बाढ़ से बचाव के लिए सात पॉइंट तीन लाख हेक्टेयर भूमि पर तटबंध बनवाया. बाढ़ पीड़ित परिवारों को 6000 की आर्थिक मदद. बाढ़ से सुरक्षा के लिए 219 किलोमीटर बांध का निर्माण किया गया. बाढ़ के दौरान बस एक क्लिक पर घर पर तक मदद पहुंचाने के लिए हेलो वर्ल्ड ऐप लॉंच किया.
एनडीए सरकार ने 2010 में राष्ट्रीयता बचाव दल एनडीआरएफ की तर्ज पर, राज्य आपदा बचाव दल एसडीआरएफ का गठन किया था. ऐसा करने वाला बिहार देश का पहला राज्य बना. वहीं केंद्र से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाढ़ और कोरोना की मुश्किल परिस्थिति में मोदी सरकार ने बिहार को पिछले दिनों 708 करोड़ रुपयों की राहत राशि दी है. किसी भी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी की कोरोना से मौत होने पर उनके परिवार को रिटायरमेंट तक पूरा वेतन मिलेगा.
वहीं साथ में कोरोना वारियर्स पुलिस जवानों के लिए पुलिस विभाग 24 घंटे तैनात गाड़ी रखेगी. कोरोना संक्रमित जवानों का कोविड अस्पताल में इलाज होगा. सरकारी कर्मचारियों को लॉकडाउन अवधि का पूरा वेतन मिलेगा. संविदा और आउटसोर्सिंग के कर्मचारियों को भी सैलरी मिलेगी. जिन कर्मचारियों ने लॉकडाउन के पहले छुट्टी ली थी, लेकिन लॉकडाउन के कारण वापस नहीं आ पाए उसको भी पूरा वेतन मिलेगा. पटना में कोरोना के चार और अस्पताल बनेंगे. होटल अशोका, सगुना मोड़ स्थित मैरिज लॉन और दानापुर के दो अस्पतालों में कोरोना वायरस का इलाज होगा. संकट की घड़ी में हर बिहारी के आगे एनडीए सरकार ढाल बनकर खड़ी है.