PATNA: राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान केंद्र और प्रशिक्षण परिषद (NCERT)ने अगले आदेश तक के लिए राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा (NTSE) पर रोक लगा दी है। एक आधिकारिक आधेश में यह जानकारी दी गई है। यह परीक्षा हिंदी, अंग्रेजी और 11 अन्य भारतीय भाषाओं में कराई जाती है। छात्रवृत्ति विज्ञान तथा सामाजिक विज्ञान की पढ़ाई कर रहे छात्रों को डॉक्टरल स्तर तक तथा औषधि और इंजीनियरिंग जैसे पेशेवर पाठ्यक्रमों में द्वितीय डिग्री स्तर तक दी जाती है।
राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा (NTSE) एक काफी महत्वपूर्ण परीक्षा है। जिसमें पूरे देश के विद्यार्थी शामिल होते हैं। यह काफी प्रतिष्ठित परीक्षा मानी जाती है। जिसके लिए विद्यार्थी दिन रात एक कर के तैयारी करते हैं। लेकिन सरकार एक झटके में इस परीक्षा को रद्द कर देती है। जिससे परीक्षार्थियों को कैरियर के लिहाज से जोर का झटका लगता है।
छात्रों का मनोबल पूरी तरह से गिर जाता है। इसको लेकर द एचडी न्यूज ने ऐसे ही एक परिक्षार्थी से बात करते हुए उनके मनोस्थिति को जानने की कोशिस की। हमने एक परीक्षार्थी श्रद्धा ठाकुर से बातचीत की जो इस परीक्षा के रद्द होने से काफी परेशान थी।
उन्होंने कहा कि मैंने काफी समय से इस परीक्षा की तैयारी के लिए दिया है। अगर सरकार परीक्षा नहीं लेगी तो मनोबल पूरी तरह से टूट जाएगा। दसवीं बोर्ड की परीक्षा की तैयारी के साथ साथ मैंने इस परीक्षा के लिए अलग से समय निकाला था।
अगर इस परीक्षा की तैयारी में नहीं करती तो 10वीं की बोर्ड में मेरे परिणाम और भी बेहतर हो सकते थे। कैंडिडेट श्रद्धा ने यह भी बताया राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा (NTSE) की तैयारी के लिए एनसीईआरटी के साथ-साथ राज्य सरकार द्वारा जारी की गई पुस्तकें भी पढ़नी पड़ती है।
जो दसवीं के बोर्ड में कोई मायने नहीं रखती। राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा (NTSE) के लिए काफी जी तोड़ मेहनत की है। छात्रा ने सरकार से जल्द से जल्द इस परीक्षा को पूरा करने का अनुरोध भी किया है।
पटना से विशाल भारद्वाज की रिपोर्ट