द एचडी न्यूज डेस्क : राजधानी पटना के अलावा बिहार के ज्यादातर शहरों और नगर निकायों में साफ-सफाई ठप रही. राज्य के सभी नगर निकायों के कर्मचारी हड़ताल पर हैं. बिहार लोकल बॉडी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने चेतावनी दी है कि मांगें पूरी होने तक अनिश्चतकालीन हड़ताल जारी रखेंगे. दैनिक मजदूरों के नियमितिकरण, ग्रुप घ के पदों को पुनर्जीवित करने सहित 12 मांगों को लेकर राज्य के नगर निकायों के सफाई कर्मी हड़ताल पर चले गए हैं. इनकी मांगों का समर्थन करते हुए संविदा पर कार्यरत अन्य कर्मी भी हड़ताल पर हैं.
आपको बता दें कि राजधानी पटना की बात करें तो नगर निगम के हड़ताल की वजह से अब सड़कों का नजारा कुछ अलग ही देखने को मिल रहा है. पटना की सड़कों पर कचरे का ढेर जमा है. जिस वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को आने-जाने में काफी मुश्किलें हो रही हैं.
दरअसल, एक तरफ लोग कोरोना महामारी की मार झेल रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ जो कचड़ों का अंबार लगा है. कचड़े की वजह से मच्छर की संख्या बढ़ गई है और लोगों को काफी डर लग रहा है. दुकानदार वालों को काफी परेशानी हो रही है. ग्राहकों की संख्या कम हो गई है. साथ ही दुकान चलाने में भी काफी परेशानी हो रही है. कचड़े से लगातार बदबू आ रही है. जिस वजह से उन्हें दुकान चलाने में भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
पटना नगर निगम के करीब सात हजार कर्मी और सफाई मजदूर हड़ताल के समर्थन में हैं. इसके कारण पहले दिन डोर टू डोर कचरा उठाव की सुविधा पूरी तरह से ठप हो गई. वहीं, अंचल कार्यालयों में दैनिक फाइल निपटाने का काम भी ठप रहा. अंचल कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा. अपनी 12 सूत्री मांगों को लेकर निकाय कर्मी हड़ताल पर गए हैं. बिहार लोकल बॉडी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा एवं पटना नगर निगम संयुक्त कर्मचारी समन्वय समिति के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह ने कहा कि बिहार के सभी नगर निकायों के विभिन्न अंचलों में हड़ताल पूरी तरह से सफल रही. जबतक मांगों को नहीं माना जाएगा तबतक हड़ताल जारी रहेगी. बुधवार से हड़ताल और तेज होगी जो कुछ लोग रह गए हैं, वो भी इस हड़ताल में शामिल होंगे.
ये हैं इनकी मांग
ग्रप घ के पदों को पुनर्जीवित करना, 10 वर्ष की सेवा पूरी करने वाले दैनिक मजदूरों का नियमितिकरण, दैनिक कर्मियों को समान काम का समान वेतन अथवा न्यूनतम 18000 से 21000 का वेतनमान हो, राज्य के नगर निकाय कर्मियों को सातवां वेतनमान देने, पेंशन एवं आजीवन पारिवारिक पेंशन की सुविधा, प्रभारी कर्मियों का समायोजन उनके कार्यरत वर्तमान पद पर करने, नगर निकायों के ग्रुप ग एवं ग्रुप घ कर्मियों की नियुक्ति, स्थानांतरण एवं अन्य सेवा शर्तों में परिवर्तन, अनुकंपा पर बहाली को जारी रखने एवं सेवा निवृत कर्मियों के बकाए राशि का भुगतान आदि.
विशाल भारद्वाज की रिपोर्ट