द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार सरकार बाल विवाह को रोकने के लिए कदम उठा रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लड़कियों को आगे बढ़ाने के लिए कई सारी योजनाएं चला रहे हैं. चाहे वह साइकल योजना, पोशाक योजना या लड़कियों को स्कॉलरशिप देने की बात हो तमाम तरह की योजनाएं चलाई जा रही है. बाल विवाह को रोका जा सके. परिवार वालों की पैसे की वजह से लड़कियों को पढ़ने से ना रोके. लेकिन फिर भी कुछ परिवार वाले मानने को तैयार नहीं होते हैं. अपनी बेटियों की शादी जबरदस्ती कम उम्र में ही करवा देते हैं.
आपको बता दें कि जबरन शादी को लेकर एक घटना पटना से आ रही है. ऐसा ही मामला पटना के कोतवाली थाना क्षेत्र का है जहां एक मां अपनी बेटी की जबरन बाल विवाह करवा रही थी. वह भी अपनी बहन के बेटे एमाम हुसैन से लेकिन पुलिस की पहल से यह शादी रुक गई. मौके पर कोतवाली थाना प्रभारी सुनील कुमार सिंह, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी पटना सदर मीना कुमारी और जिला प्रशासन की टीम ने पहुंचकर इस शादी को रुकवा दिया.
लड़की ने बताया कि लड़का शादी के लिए मारपीट करता था और दबाव बनाता था. वहीं लड़की की मां का कहना है कि हमलोग गरीब आदमी थे. इसीलिए हमने सोचा कि अभी निकाह करवा देते हैं. चार पांच साल बाद धूमधाम से शादी करवा देंगे. लेकिन जब उनसे सवाल किया गया कि आपको नहीं लगता है आपकी बेटी अभी छोटी है. उन्होंने कहा कि हमें कोई गाइड करने वाला नहीं था. मौके पर जिला प्रशासन की ओर से पहुंची पटना सदर के सांख्यिकी पदाधिकारी मीना कुमारी ने बताया कि हमें सूचना मिली थी कि एक नाबालिग लड़की की जबरदस्ती शादी करवाई जा रही है तो मौके पर हम पहुंचे तो कोतवाली थाना प्रभारी भी मौके पर मौजूद थे.
अधिकारियों ने कहा कि लड़की के माता-पिता से बात की और उन्हें समझाया, लेकिन लड़की काफी डरी हुई थी. जिसके बाद हम लड़की और उसकी मां को थाने ले आए हैं. आधार कार्ड के अनुसार लड़के की उम्र 18 साल है. लड़की बता रही है कि वह 14 साल की है लेकिन देखने से लगता है कि लड़की 12 या 13 साल की है. इससे यहीं लगता है कि लड़की अभी नाबालिग है. लड़की का थाने में बयान दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी. लेकिन लड़की के पिता शादी का विरोध कर रहे थे.
अन्नु प्रकाश की रिपोर्ट