पटना : बिहार विधानसभा का मानसून सत्र 26 जुलाई से शुरू हो रहा है. यह मानसून सत्र 30 जुलाई तक चलेगा. इस बार का मानसून सत्र कोरोना संक्रमण को देखते हुए केवल 5 दिनों का ही होगा. राज्य में कोरोना काल के दौरान चिकित्सा व्यवस्था तीसरी लहर को लेकर तैयारी, युवाओं को रोजगार जैसे मसले विपक्ष प्रमुख तौर पर उठाए जा सकते हैं.
बिहार विधानसभा का 26 जुलाई से शुरू हो रहे मानसून सत्र को देखते हुए जिला प्रशासन ने विधानसभा की सुरक्षा बढ़ा दी है. जिला नियंत्रण कक्ष से मजिस्ट्रेट की तैनाती से संबंधित आदेश जारी कर दिया गया है. सत्र शुरू होने से पहले ही मजिस्ट्रेट एवं पुलिस अधिकारी परिसर में तैनात रहेंगे. विधानसभा के आसपास धारा-144 लागू कर दी गई है. विधानसभा के आस-पास 5 या 5 से अधिक लोगों का जमावड़ा वर्जित है. विधानसभा के दो किलोमीटर के दायरे में किसी संगठन का धरना-प्रदर्शन, जुलूस, हथियार प्रदर्शन, घेराव प्रतिबंधित किया गया है.
इस दौरान बगैर अनुमति के लाउडस्पीकर बजाना भी प्रतिबंधित किया गया है. विधानसभा जाने वाले सभी रास्तों पर वरीय मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है यह सब पिछली बार विधानसभा में हुई घटना को देखते हुए किया जा रहा है. पूर्व की घटनाओं की तरह पुनरावृत्ति ना हो इसे लेकर सभी मजिस्ट्रेट एवं पुलिस पदाधिकारियों को अलर्ट किया गया है.मजिस्ट्रेट की तैनाती 26 से 30 जुलाई तक सुबह साढ़े आठ बजे से सत्र की समाप्ति तक रहेगी.
पिछली बार की बात करें तो पिछली बार भी विधानसभा में कई बार अप्रिय माहौल उत्पन्न हुए थे. विधानसभा अध्यक्ष को विपक्ष के साथ ही सत्ता पक्ष के आरोप भी झेलनी पड़ी थी.