रांची : झारखंड विस्थापित संघ रांची झारखंड के तत्वाधान में ग्राम रूबिया बीआईटी मेसरा में आयोजित जनसभा को संबोधित किया. मांडर विधायक बंधु तिर्की ने कहा कि बीआईटी मेसरा संस्थान द्वारा 1952, 58,64 में रैयतों से भूमि अधिग्रहण की गई थी. इतने दिनों बाद अब संस्थान द्वारा प्रशासन की मदद से चारदीवारी का कार्य कराया जा रहा है. उक्त भूमि में अभी धान की फसल लगी हुई है. ऐसे में इस तरह का कृत्य समझ से परे है.
तिर्की ने कहा जब किसी रैयत से सरकार विकास कार्यों के लिए भूमि का अधिग्रहण करती है और पांच सालों तक किसी प्रकार का कोई निर्माण कार्य नहीं करती है तो ऐसी स्थिति में नियमता भूमि रैयत को वापस कर देनी चाहिए. सरकार को स्पष्ट करना चाहिए किन-किन रैयतों से भूमि के अधिग्रहण की गई थी और भूमि का मुआवजा का दर क्या था.
बंधु तिर्की ने कहा किसी हालात में रैयत के साथ अन्याय नहीं होने दी जाएगी. गरीब किसानों की जमीन को बचाने के लिए विशाल जन आंदोलन करने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा पूरे मामले पर अंचलाधिकारी संस्थान से मिले हुए हैं.
गौरी रानी की रिपोर्ट