द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार में जहरीली शराब से मौत पर सियासत तेज हो गई है. बेतिया और गोपालगंज में मौतों के बाद हड़कंप मचा है. विपक्ष सरकार से सवाल कर रहा है तो वहीं सत्ता पक्ष सफाई के साथ-साथ विपक्ष पर भी निशाना साध रहा है. जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर शुक्रवार को बिहार सरकार के आबकारी मंत्री सुनील कुमार ने सफाई भी दी और साथ ही विपक्ष के सवालों का भी जवाब दिया. मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि हम विपक्ष के सुझावों पर विचार करेंगे, लेकिन शराबबंदी नाकाम नहीं है.
खजूरबानी कांड में हुई बड़ी कार्रवाई
सुनील कुमार ने कहा कि इस कानून को सर्वसम्मति से पारित किया गया था. इससे आज लोगों को फायदा हुआ है. महिलाओं का समर्थन है, उन्हें फायदे हुए हैं. इतना ही नहीं बल्कि शराबबंदी से दुर्घटनाओं में कमी आई है. शराबबंदी नाकाम नहीं हुई है. हम समय-समय पर इसकी समीक्षा करते हैं. अब तक 60 हजार से अधिक वाहन सीज किए गए हैं. वहीं, पौने चार लाख के करीब गिरफ्तारी की गई है. गोपालगंज के खजूरबानी कांड में हमने कार्रवाई की. उस मामले में फांसी तक हुई. हम लगातार इस मामले में कार्रवाई कर रहे हैं.
आबकारी मंत्री ने आगे कहा कि लगातार इस कानून का उल्लंघन किया जा रहा है लेकिन जो भी इसमें शामिल है उसपर कार्रवाई हो रही है. थाना प्रभारियों पर कार्रवाई की गई है. इसमें कुछ अवैध कमाई के लिए लोग लगे हैं. चेक पोस्ट पर हर दिन हजारों गाड़ियां पास होती हैं. सूचना और जांच के बाद गिरफ्तारी होती है. जहां तक विपक्ष का प्रश्न है तो वो सुक्षाव दें हम विचार करेंगे. इस कानून को सर्वसम्मति से पारित किया गया है.
लापरवाही करने वालों पर होती है कार्रवाई
विपक्ष पर निशाना साधते हुए सुनील कुमार ने कहा कि आरोप लगाना आसान है. शराबबंदी के लिए बिहार में कई तरह से काम हो रहा है. एंटी लीकर टास्क फोर्स, पुलिस विभाग और एक्साइज विभाग लगा है. गोपालगंज और बेतिया के मामले में हम स्पेशल टीम बनाकर कार्रवाई करेंगे. सुनील कुमार ने कहा कि कानून का उल्लंघन होगा ही, कोई यह दावा नहीं कर सकता है कि कानून बन गया है तो उसका उल्लंघन नहीं होगा. जहां भी लापरवाही पाई जाती है कार्रवाई हो रही है.
संजय कुमार मुनचुन की रिपोर्ट