रांची : केंद्रीय शिक्षा एवं विदेशी राज्यमंत्री डॉ. राजकुमार रंजन सिंह झारखंड के दौरे पर हैं. उन्होंने झारखंड बीजेपी प्रदेश कार्यालय में मीडिया को संबोधित किया. राजकुमार सिंह ने कहा कि भारत सभी पड़ोसी देशों से बेहतर रिश्ते चाहता है. इंडो पैसेफिक, साउथ इस्ट में हमने बेहतर संबंध स्थापित किए हैं. विश्व शांति के लिए भारत आगे बढ़कर क्या कर सकता है, हमारा प्रयास हमेशा इस दिशा में रहता है. बुधवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में में मीडिया से बातचीत में उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान देश के छात्र-छात्राओं को भारत लाने की दिशा में किए गए प्रयासों को भी साझा किया. यह भी कहा कि उन बच्चों की पढ़ाई जारी रहे, इस दिशा में भी केंद्र सरकार ने एडवाइजरी जारी की है.
ट्रेड और कामर्स के रिश्ते बेहतर करने की कवायद
राजकुमार रंजन ने कहा कि हम पड़ोसी देशों की मदद की दिशा में प्रयासरत रहते हैं, उनके साथ ट्रेड और कामर्स के रिश्ते कैसे बेहतर हो, इस दिशा में हमारा प्रयास जारी है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम सामूहिक रूप से समाधान की दिशा में आगे बढ़ते हैं. सरकार में अलग-अलग मंत्रालय है, सभी मिलकर समाधान निकालते हैं.
रांची में कक्षा एक से छह तक ड्राप आउट ज्यादा
उन्होंने नई शिक्षा नीति के उद्देश्यों को भी साझा किया. कहा, नई शिक्षा नीति की सोच है कि पूर्व की तरह विश्व गुरू बनें. कहा, नालंदा दुनिया के सबसे पुराने विश्वविद्यालय में से एक है. वहां कभी दस हजार लोग पढ़ते थे, भारत विश्व गुरू था. उन्होंने बताया कि झारखंड दौरे के क्रम में उन्होंने रांची डीसी के साथ बैठक की है. बैठक के क्रम में सामने आया है कि रांची में कक्षा एक से छह तक ड्राप आउट ज्यादा है. कहा, भारत सरकार अपनी योजनाओं, अपने मंत्रियों के माध्यम से सभी सुविधाओं को देश के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का प्रयास कर रही है. हमारा दौरा इसी क्रम में हुआ है. इस मौके पर मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक भी उपस्थित थे.
गौरी रानी की रिपोर्ट