द एचडी न्यूज डेस्क : बिहार में विधानसभा चुनाव चरम पर है. पहले चरण का मतदान हो चुका है. दूसरे और तीसरे चरण का चुनाव प्रचार जारी है. इस बीच नेता एक-दूसरे पर बयानबाजी करने से पीछे नहीं हट रहे हैं. बिहार सरकार के सूचना व प्रसारण मंत्री नीरज कुमार ने महागठबंधन पर जमकर हमला किया है. उन्होंने कहा कि बिहार में कैदी राज चाहिए या कानूनी राज.
मंत्री ने तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए कहा कि विपक्ष के साथ मिलकर जनता को बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रहे हैं उनके बीच भ्रमजाल पैदा कर रहे हैं. तेजस्वी की राजनीति का जो डीएनए हैं वो 420 का है, इनके पिता इसी के लिए सजा काट रहे हैं. तेजस्वी पर भी 420 का आरोप है. फ़िरौती के लिए राजद के काल में अपराध जैसे विषय को उठाने से पहले यह बताईए कि इनमें से कितने अपराधियों को सजा हुई है?.

नीरज कुमार ने कहा कि राजद और कांग्रेस से जानना चाहते हैं कि 1990 से 2005 के बीच तीन हजार 91 लोगों का 94 विधानसभा सीटों से अपहरण हुआ था उसका गुनहगार कौन है? उसके हिस्सेदार कौन हैं? फिरौती के लिए जो अपहरण होता था वो कैसे उद्योग के रूप में आया था? उसमें कौन-कौन भागीदार था, ये बिहार की जनता को बताना चाहिए.

मंत्री ने कहा कि कांग्रेस को ये बताना चाहिए, राजीव गांधी जी देश के प्रधानमंत्री थे तब उन्होंने कहा था एक अपहरण का उद्योग चल रहा है. तत्कालीन मुख्यमंत्री से कार्यवाई के लिए कहा कि ऑपरेशन ब्लैक पैंथर चला उसका परिणाम क्या निकला?. कांग्रेस और राजद को श्वेत पत्र जारी कर बताना चाहिए कि तीन हजार 91 लोगों का अपहरण किया था तो उसके पीछे कौन था? जो ऑपरेशन ब्लैक पैंथर चलाने के लिए कहा था उसका क्या हुआ?

बिहार में अब कानून राज की स्थापना हुई है. कैदी राज से छुटकारा मिला है और ये लोग दोबारा वहीं दौर वापस लाना चाहते हैं लेकिन जनता अब समझदार हो चुकी है. राजनीति के लंपटों का आश्रय स्थल बन गया है. नीरज कुमार ने कहा कि राजद बेतिया का वो नजारा याद कीजिए जब सबके सामने एक शुगर मिल कर्मचारी का अपहरण कर लिया गया. 15 साल पहले राजद ने राजनीति का अपराधीकरण किया था. सीएम नीतीश कुमार के 15 सालों में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, पानी और महिला सशक्तिकरण के मामले में एनडीए की सरकार ने अच्छा काम किया है.
शिवम झा की रिपोर्ट