रांची : भारत के इतिहास में पांच सितंबर की तारीख का एक खास महत्व होता है. आज शिक्षक दिवस है और इस दिन भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म हुआ था और उन्हीं के सम्मान में इस दिन को ‘टीचर्स डे’ के रूप में मनाया जाता है. इस मौके पर हम अपने गुरुओं, शिक्षकों और टीचर्स को याद करते हैं और उनका सम्मान करते हैं. ये दिन उनका सम्मान करने का दिन होता है. हम जीवन में गुरु बगैर कुछ भी सीख नहीं सकते. टीचर्स डे का दिन वह अवसर होता है, जब हम अपने गुरुओं को उनके मार्गदर्शन और ज्ञान देने के लिए धन्यवाद देते हैं.
वहीं आज अल्पसंख्यक कल्याण, खेल कूद व युवा मामले, पर्यटन ,कला संस्कृति व निबंधन मंत्री जनाब हफीजुल हसन झारखंड आंदोलन के प्रणेता और अलग झारखंड राज्य के गठन में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले उनके राजनीतिक गुरु, अभिभावक और उनके आदर्श दिशोम गुरु व राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन से उनके आवास पर आशीर्वाद लेने पहुंचे.
साथ ही कल छह सितंबर को रांची स्थित सरकारी आवास के गृहप्रवेश (घर दाखला) का आमंत्रण भी दिया. जिसे गुरुजी ने सहर्ष स्वीकार कर लिया. आज मंत्री जी के सरकारी आवास पर पाक कुरानखानी और मिलाद है. आज शिक्षक दिवस के अवसर पर मंत्री हफीजुल हसन ने तमाम गुरुजनों व शिक्षकों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए उनके प्रति सम्मान व्यक्त किया है.
गौरी रानी की रिपोर्ट