पटना : राज्य में बाढ़ का खतरा बरकरार है. कोसी का जलस्तर कम हुआ है, लेकिन अन्य नदियों में उफान जारी है. इधर मौसम विभाग ने बक्सर समेत सात जिलों में भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया है. बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, जहानाबाद और अरवल में अलर्ट जारी किया गया है. इसके अलावा पटना सहित 31 जिलों में अगले चार दिनों तक मौसम सामान्य रहेगा. हल्की बारिश की संभावना जताई गई है.
अधवारा समूह की नदियों का बढ़ रहा जलस्तर
मधुबनी के बेनीपट्टी प्रखंड क्षेत्र में पिछले दिनों हुई लगातार बारिश से अधवारा समूह की सहायक नदी धौंस सहित अन्य नदियों का जलस्तर निरंतर बढ़ने का सिलसिला जारी है. बछराजा, खिरोई और थुमहानी सहित अन्य नदियों का जल स्तर तेजी से बढ़ने लगा है. बाढ़ग्रस्त इलाके के लोगों में दहशत का माहौल है. समदा इस्लामिया टोल और सोहरौल के समीप नदी का पानी ओवरफ्लो होकर गांवों की ओर फैलने लगा है. माधोपुर, बर्री, फुलबरिया, राजघट्टा, धनुषी, बसैठ, चानपुरा, हथियारवा, सिमरकोन, करहारा, बिरदीपुर, डीहटोल व सलहा सहित अन्य इलाकों के बघार पूरी तरह जलमग्न हो गया हैं.
मधुबनी तीन गांवों का सड़क संपर्क टूटा, लोगों में दहशत
मधुबनी जिले के खजौली प्रखंड क्षेत्र में पिछले चार दिनों से हो रही बारिश से गागन, धौरी, पौराहा नदी में बाढ़ आ गई है. जिससे मरुकिया, गोबरौरा गांव की मुख्य सड़क पर दो से चार फीट पानी आ गया है. गांव का मुख्य सड़क से संपर्क भंग होने पर लोगों की परेशानी बढ़ गई है. सड़क पर बाढ़ का पानी आ जाने से तीन गांव मरुकिया, खैरवाना एवं गोबरौरा के लोगों को सड़क संपर्क टूट गया है. सीओ सतीश कुमार ने कहा कि बाढ़ का पानी मरुकिया महादलित टोला के दर्जनो घर में घुस गया है.
धौंस में उछाल, भूतही व गेहुंमा नदी मचा रही तांडव
बेनीपट्टी सहित जिले के विभिन्न भागों में बाढ की स्थिति गंभीर बनती जा रही है. बेनीपट्टी में धौंस नदी का पानी उछल कर एनएच-104 पर चढ गया है. जबकि अधवारा समूह की नदियो में भी लगातार बढोतरी हो रही है. हालांकि झंझारपुर व मधेपुर में कमला नदी के पानी मे कमी आई है. पर अब भी यह खतरे निशान से करीब तीन फीट उपर बह रही है. बेनीपट्टी में साहरघाट मधवापुर जाने वाली एनएच-104 पर बाढ का पानी आ जाने से आवाजाही बाधित हो रही है.
मधेपुरा में तेज बहाव से टूटा डायवर्सन
चौसा प्रखंड में बाढ़ के पानी से भटगामा-उदाकिशुनगंज एसएच-58 पेट्रोल पंप भटगामा के समीप नवनिर्माण पुल के पास मंगलवार को पानी के तेज बहाव से डायवर्सन टूट गया. इससे तकरीबन छह घंटे वाहनों के परिचालन बाधित रहा. हालांकि, ठेकेदार के द्वारा मोटेरेबल का कार्य प्रारंभ कर सड़क संपर्क को चालू कराने का प्रारंभ कर दिया गया है. फुलौत पूर्वी एवं पश्चिमी पंचायत के सपनी मुसहरी, झंडापुर बासा, घसकपूर, पनदही बासा, कारे बासा, अमनी, करेलिया, बड़ीखाल, मोरसंडा, श्रीपुरबासा, पर्वता, भटगामा, चिरौरी, लौआलगाम पूर्वी एवं पश्चिमी पंचायत के हिस्सों में पानी फैला गया है. इससे ग्रामीणों का अपने मवेशियों के चारे की किल्लत उत्पन्न हो गई है.
कटिहार में बाढ़ का पानी फैलने से निर्माणाधीन कल्वर्ट क्षतिग्रस्त
रामपुर होकर एनएच-31 किनारे से कुरसेला बस्ती की ओर आनेवाली धार में बाढ़ का पानी फैलने से निर्माणाधीन कल्वर्ट क्षतिग्रस्त हो गया है. कल्वर्ट का निर्माण धार के बीच एनएच किनारे किया जा रहा था. महानंदा नदी सहित गंगा, कोसी एवं बरंडी नदी के जलस्तर में भी अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की गई है. महानंदा नदी तो सभी स्थानों पर खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है. महानंदा नदी के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि होने से आधा दर्जन से अधिक प्रखंडों के निचले इलाके में बाढ़ का पानी फैल गया है. इस नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से कदवा, आजमनगर, बारसोई, बलरामपुर, प्राणपुर, डंडखोरा प्रखंड के निचले इलाके में बाढ़ का पानी फैलने लगा है.
सुपौल में तिलयुगा नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा
तिलयुगा नदी का जलस्तर बढ़ने से निर्मली प्रखंड के कई गांवों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है. वहीं, सुरसर, गैड़ा व खारो नदी का जलस्तर बढ़ने से छातापुर एवं कुनौली क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. कुनौली मुख्य सड़क का डायवर्सन बह जाने के कारण आवागमन ठप हो गया है. इधर, सुरसर और गैड़ा नदी उफनाने से छातापुर प्रखंड के दर्जनों गांव प्रभावित हैं.
बारिश की रफ्तार थमने से कोसी नदी के जलस्तर में कमी
नेपाल के तराई व कोसी के जल अधिग्रहण क्षेत्र में बीते 24 घंटे के अंदर बारिश की रफ्तार थमने से कोसी नदी के जलस्तर में कमी आई है. वीरपुर बराज पर कोसी का कुल डिस्चार्ज 01 लाख 76 हजार 695 क्यूसेक दर्ज किया गया. इसमें पूर्वी मुख्य केनाल में दो हजार 500 एवं पश्चिमी केनाल में 500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. वहीं, नेपाल स्थित बराह क्षेत्र में शाम 06 बजे कोसी का जलस्राव एक लाख 39 हजार 325 क्यूसेक अंकित किया गया. कोसी के डिस्चार्ज में कमी आने से विभागीय अभियंताओं ने थोड़ी राहत की सांस ली है.
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार बिहार में हवा शुष्क हो रही है. इसके साथ ही चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र झारखंड की तरफ जा रहा है. उत्तरप्रदेश के तटवर्ती क्षेत्रों में चलने वाली हवाओं का रुख बिहार होते हुए झारखंड और छत्तीसगढ़ की तरफ जा रहा है. इसकी वजह से बिहार में जहां मौसम सामान्य हो रहा है.