PATNA : प्रकृति की गोद में बैठ कर शिक्षा पाने का अलग ही मजा है. पौराणिक कथाओं में कई ऐसे ऋषि मुनि हैं जिन्होंने जंगलों में ही शिक्षा प्राप्त की थी. इसके साथ ही ख्याति अर्जित की थी. वहीं, आज के युग में यदि ऐसा माहौल मिल जाए तो शायद ही कोई इसे गंवाना चाहेगा. कुछ ऐसा ही वाकया राजधानी पटना में देखने के लिए मिला. जहां एक शिक्षक गंगा घाट पर छात्र और छात्राओं को शिक्षा दे रहे हैं. इतना ही नहीं इनफी शिक्षा पा कर अब तक कई छात्र अफसर भी बन चुके हैं.
दरअसल, हम बात कर रहे हैं पटना के अरुण सर की जो पटना के गांधी घाट पर बच्चों को पढ़ाते हैं. इतना ही नहीं वे बच्चों को पढ़ाने के बदले उनसे कोई फीस भी नहीं लेते हैं. बता दें कि, दो दिन पहले ही 67th BPSC प्रिलिम्स का का रिजल्ट आया है. जिसमें 11 हजार से भी ज्यादा बच्चों ने बाजी मारी है. वहीं इन सफल बच्चों में अरुण सर के छात्र और छात्राएं भी शामिल हैं. इस परीक्षा में अरुण सर के 35 बच्चों में से 15 बच्चों ने बाजी मारी है. जो अब आगे मेंस की तैयारी में जुट गए हैं.
वहीं, इन दिनों अरुण सर सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा में बने हुए हैं. उनके गंगा किनारे वाले क्लास को लेकर वे काफी सुर्खियां भी बटोर रहे हैं. वहीं, जब अरुण सर से इस बारे में पूछा गया तब उनका कहना था कि, मुझे गंगा घाट पर ही बच्चों को पढ़ाना अच्छा लगता है. आज कल तो बच्चों के लिए काफी कुछ सुविधाएं उपलब्ध हैं. उनके क्लास पूरी तरह से डिजिटल हो गए हैं. लेकिन प्रकृति की गोद में बैठकर पढ़ने वाले बच्चे भी आज सफलता की सीढ़ी पर चढ़ गए हैं.
कहा कि, 35 में से 15 बच्चों ने 67वीं बीपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की है, जिसे लेकर मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है. वहीं, अरुण सर को लेकर उनके बच्चों का कहना था कि, अरुण सर से बहुत कुछ सीखने को मिला बिना है. वे निस्वार्थ भाव से बच्चों को नि:शुल्क पढ़ाते हैं और उनका बहुत बड़ा सहयोग रहा है. सर का पढ़ाना गार्जियनशिप की तरह लगता है. साथ ही उनके पढ़ाने का तरीका भी अन्य शिक्षकों से बहुत अलग है. बता दें कि, अरुण सर के क्लास में काफी बच्चे ज्ञान अर्जित करने के लिए आते हैं. वहीं, इन दिनों अरुण सर लगातार सुर्खियों में भी बने हैं.
पटना से संजय कुमार की रिपोर्ट