पटना : देश भर की तरह बिहार में भी कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा फेज जारी है. मगर इससे जुड़ा हैरान कर देने वाला एक मामला राजधानी पटना से सामने आया है. यहां के नालंदा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के फाइनल ईयर के स्टूडेंट शुभेंदु शेखर की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई. यही नहीं, शुभेंदु के संपर्क में आए मेडिकल कॉलेज के आठ से दस अन्य छात्र भी कोरोना संक्रमित बताए जा रहे हैं. हैरान करने वाली बात है कि शुभेंदु ने फरवरी के पहले सप्ताह में कोरोना वैक्सीन लिया था मगर एक मार्च को सोमवार की रात उसकी मौत की खबर आई.
मिली जानकारी के मुताबिक, 23 वर्षीय शुभेंदु शेखर बेगूसराय जिले के दहिया गांव का रहने वाला था और एनएमसीएच (NMCH) से एमबीबीएस का कोर्स कर रहा था. बताया जा रहा है कि 24 फरवरी को अचानक शुभेंदु को सर्दी और खांसी की शिकायत हुई जिसके बाद उन्होंने अपना आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाया. टेस्ट करवाने के बाद वो अपने गांव चला गया. रविवार को शुभेंदु की कोविड-19 रिपोर्ट आई जिसमें वो पॉजिटिव पाया गया. एक मार्च को सोमवार की रात शुभेंदु की बेगूसराय में मौत हो गई.
एनएमसीएच के प्रिंसिपल डॉ. हीरालाल महतो ने मेडिकल छात्र की कोरोना से मौत की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि शुभेंदु शेखर ने 24 फरवरी को सर्दी-खांसी से पीड़ित होने के बाद अपना आरटीपीसीआर सैंपल दिया था. उसके बाद वो अपने गांव चला गया था. रविवार को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई. तब साथी छात्रों ने उसे वहीं होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी. मगर सोमवार रात अचानक उसकी मौत की खबर एनएमसीएच पहुंची.
महतो ने बताया कि कॉलेज परिसर स्थित एक ओल्ड और दो न्यू हॉस्टल को सैनेटाइज करवाया गया है. उन्होंने बताया कि इस समय कॉलेज में टर्मिनल एग्जाम चल रहे हैं. ऐसी स्थिति में छात्रों से कहा गया है कि जो छात्र घर जाना चाहते हैं, वो एग्जाम छोड़कर घर जा सकते हैं. प्रिंसिपल ने बताया कि पूरे मामले की वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दे दी गई है.
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने मेडिकल स्टूडेंट शुभेंदु के निधन पर दुख जताया है. उन्होंने इस मामले में कुछ अन्य मेडिकल छात्रों के भी कोरोना संक्रमित होने की बात कही है. उन्होंने कहा कि सरकार कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए हर मुमकिन प्रयास कर रही है.