द एचडी न्यूज डेस्क : हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने आज पटना में प्रेस कांफ्रेंस की. उन्होंने महागठबंधन को अल्टीमेटम दे दिया है. मांझी ने कहा कि अगर महागठबंधन 25 जून तक कोई फैसला नहीं लेगी तो हम पार्टी अपना फैसला ले सकती है. पूर्व सीएम ने महागठबंधन और राजद को लेकर बड़ी बात कह दी है. मांझी कुछ दिनों से महागठबंधन और खासकर राजद से नाराज चल रहे हैं.
आपको बता दें कि बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी उठ पटक चालू हो गई है. सभी दल चुनावी मैदान में उतरने से पहले को प्रबल दावेदार बताने में जुट गए हैं. इस कड़ी में महागठबंधन में में खींचतान शुरू हो चुकी है. तेजस्वी के ठेंगे दिखाए जाने के बाद तिलमिलाए मांझी ने एक बार फिर से महागठबंधन से अलग होने का सुर अलापा है.
25 जून को ले लेंगे फैसला
तेजस्वी की नजरों में तवज्जों नहीं मिलने के बाद जीतन राम मांझी ने एक बार फिर से अकला चलो वाला राग अलापा है. पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने यह ऐलान किया है कि वो 25 जून को फैसला ले लेंगे. जीतन राम मांझी ने कहा कि अगर महागठबंधन में बात नहीं बनी तो वो स्वतंत्र निर्णय लेंगे. मांझी की मांग है कि महागठबंधन में को-ऑर्डिनेशन कमिटी बनाई जाए. इसको लेकर वो कई बार महागठबंधन से अलग होने की धमकी दे चुके हैं.
महागठबंधन के नेताओं से करुंगा बात
पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने आज कहा कि वो 23 और 24 जून को महागठबंधन के नेताओं से बात करेंगे अगर उसके बाद भी महागठबंधन में को-ऑर्डिनेशन कमिटी की बात पर सहमति नहीं बनती तो वो अपना रास्ता अलग कर सकते हैं.
महागठबंधन में तेजस्वी के नेतृत्व को लेकर किचकिच जारी है. लेकिन इन सब के बीच राजद ने यह साफ कर दिया है कि महागठबंधन का चेहरा तेजस्वी ही हैं. इसको लेकर जीतन राम मांझी, रोलासपा चीफ उपेन्द्र कुशवाहा और मुकेश सहनी गुपचुप कई मीटिंग भी कर चुके हैं. अब देखना है कि चुनाव से पहले दरक चुके महागठबंधन का क्या होता है?
उपेंद्र कुमार की रिपोर्ट