SARAN: मकर संक्रांति के मौके पर बनियापुर के हरिआश्रम क्षेत्र मेला में संत जलेश्वर अकादमी के द्वारा क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता के माध्यम से बच्चों के अंदर की प्रतिभा को निखारना था। इस मौके पर संत जलेश्वर अकादमी की स्थापना, उसका उद्देश्य बताया गया। आम लोगों के बीच विधालय की खूबियां बताई गई।
इस मौके पर संत जलेश्वर अकादमी की प्राचार्य अनुपमा मिश्रा ने बताया कि “शिक्षित समाज के लिए बेटियों की शिक्षा को महत्वपूर्ण बताते हुए समाज में यह जागरूकता भी फैलाई गई कि शिक्षित बेटियां, विकसित बेटियां कैसे देश एवं समाज में अपना परचम लहरा रही है। शिक्षित बेटियां, विकसित बेटियां संकल्प को दुहराया गया। साल 2014 में पीएम मोदी ने बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं का नारा दिया था। जबकि उससे दो साल पहले ही स्थापित संत जलेश्वर अकादमी की स्थापना के साथ ही संस्थापक ईंजीनियर सच्चिदानंद राय ने बेटियों को निशुल्क शिक्षा का सपना देखा जिसे साकार करनें में जुटे है।”
बालिका शिक्षा के समर्पित जिले ही नही बल्कि राज्य का इकलौता ऐसा विद्यालय है, जहां बेटियों को निःशुल्क शिक्षा दी जाती है, बल्कि यहां की छात्राएं राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में अपने दमखम को दिखा कर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रही हैं। बच्चों ने मेला-भ्रमण किया साथ ही प्रतियोगिता में शामिल होकर अपने प्रतिभा का परिचय दिया। विजेता प्रतिभागियों को विधालय प्रबंधन ने पुरस्कृत किया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
संत जलेश्वर अकादमी के तरफ से शिक्षिका ममता कुमारी ने बताया कि सच है कि स्कूल के संस्थापक ईंजीनियर सच्चिदानंद राय वर्तमान समय में एमएलसी हैं, लेकिन राजनीति में आने से पहले ही स्कूल की स्थापना और छपरा में हर घर की बेटियों को शिक्षित करने का सपना साकार करने में जुटे है।
छपरा से कुमार गौतम की रिपोर्ट