मुंबई : महाराष्ट्र के विधान परिषद चुनावों में बीजेपी को करारा झटका लगा है. स्नातक और शिक्षक इलाकों की छह में से चार सीटों पर सत्ताधारी महाराष्ट्र विकास अघाड़ी ने बाजी मारी है. धुले-नंदुरबार से एक सीट (उपचुनाव) बीजेपी के खाते में गई है. अमरावती शिक्षक की एक सीट पर मतगणना जारी है और उस पर निर्दलीय विधायक आगे है. बीजेपी अपने दो गढ़ पुणे और नागपुर भी बचा नहीं पाई.

पुणे डिविजन की स्नातक सीट से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अरुण लाड और औरंगाबाद डिविजन की स्नातक सीट से सतीश चह्वाण ने जीत हासिल की है. इससे पहले गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अमरीश पटेल ने महाराष्ट्र विधान परिषद के धुले-नंदुरबार क्षेत्र के उप चुनावों में जीत हासिल की थी.

वहीं कांग्रेस के जयंत दिनकर आसगावकर पुणे डिविजन की शिक्षक सीट से आगे चल रहे हैं. वहीं नागपुर डिविजन की स्नातक सीट से कांग्रेस के अभिजीत वंजारी जीते हैं. अमरावती डिविजन की शिक्षक सीट से निर्दलीय उम्मीदवार किरण सरनाईक आगे चल रहे हैं.

नागपुर स्नातक सीट का जाना बीजेपी के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि पिछले पांच दशकों से यह बीजेपी और आरएसएस का गढ़ रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पिता गंगाधरराव फडणवीस 12 साल इस सीट से प्रतिनिधि रहे. वहीं बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का इस सीट पर 25 साल दबदबा रहा.

चुनावी नतीजे पर ये बोले फडणवीस
महाराष्ट्र विधान परिषद के चुनाव के नतीजों पर पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ये नतीजे हमारी उम्मीद के विपरीत हैं. हमने मेहनत की और एक साथ लड़ रहीं तीन पार्टियों के खिलाफ चुनाव लड़ा. अगली बार हम ये देखेंगे कि हमसे कहां चूक हुई. हमारे पास मतदाताओं के पंजीकरण में कमी थी. लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि सीएम पद वाली पार्टी को एक सीट भी नहीं मिली है.